जूना अखाड़े के जगद्गुरू आचार्य बने स्वामी वसंत विजयानंद गिरि
जूना अखाड़े के जगद्गुरू आचार्य बने स्वामी वसंत विजयानंद गिरि

महाकुम्भनगर, 12 फरवरी (हि.स.)। प्रयागराज महाकुम्भ में माघ पूर्णिमा पर बुधवार को वसंत विजय गिरि महाराज जूना अखाड़े के जगतगुरू आचार्य पद पर आसीन हुए। आहवान व पिंडदान के बाद उनका जगतगुरू आचार्य के रूप में अभिषेक किया गया और उनका नाम जगतगुरू आचार्य स्वामी वंसत विजयानंद गिरि महाराज रखा गया। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने उन्हें शिष्य बनाकर अखाड़े में शामिल किया। जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने आहवान व पिंडदान कर उनको जगतगुरू आचार्य बनाया।
स्वामी वंसत विजयानंद गिरि महाराज को पंच गुरूओं की मौजूदगी में जगतगुरू आचार्य बनाया गया। रूद्राक्ष गुरू श्री दूधेश्वर पीठाधीश्वर व जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीमहंत नारायण गिरी महाराज, विभूति गुरू श्रीमहंत मोहन भारती महाराज, भगवा गुरू जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेम गिरि महाराज, लंगोटी गुरू श्रीमहंत केदारपुरी महाराज व चोटी गुरू श्रीमहंत हरि गिरि महाराज रहे।
जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज व जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने कहा कि स्वामी वंसत विजयानंद गिरि महाराज के जगतगुरू आचार्य बनने से सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार और अधिक तेजी से होगा, जिससे सनातन धर्म तो मजबूत होगा ही भारतीय संस्कृति का परचम भी पूरे विश्व में फहरायेगा।