स्वामी प्रसाद मौर्या का प्रतीक रूप से रावण रूपी दस सिर वाले पुतले का दहन

रामचरितमानस पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर स्वामी प्रसाद मौर्य निशाने पर

स्वामी प्रसाद मौर्या का प्रतीक रूप से रावण रूपी दस सिर वाले पुतले का दहन

वाराणसी, 24 जनवरी। तुलसीकृत श्री रामचरितमानस पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्या अब युवाओं के निशाने पर है। मंगलवार को नदेसर मिंट हाउस के पास जुटे युवाओं ने रमेश भदावल के अगुवाई में स्वामी प्रसाद मौर्या का प्रतीक रूप से रावण रूपी दस सिर वाले पुतले का दहन कर आक्रोश जताया।

युवाओं ने स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ नारेबाजी भी की। इसी क्रम में मैदागिन क्षेत्र स्थित कंपनी गार्डन के मंशापूर्ण हनुमान मंदिर में श्री रामचरितमानस और सनातन धर्म पर लगातार अशोभनीय और अमर्यादित टिप्पणी करने वालों की सद्बुद्धि के लिए मंशापूर्ण हनुमान जी के चरणों में अर्जी लगाई गई। साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व सुमित सर्राफ ने किया।

सुमित सर्राफ ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि संत शिरोमणि गोस्वामी तुलसीदास रचित रामचरित मानस सनातनियों के लिए आस्था का केंद्र है। रामचरित मानस एक आदर्श जीवन जीने की प्रेरणा देता है। ऐसे में लगातार सनातन धर्म और रामचरित मानस को लेकर अशोभनीय और अमर्यादित टिप्पणी की जा रही है। जिससे सनातनियों की भावनाएं लगातार आहत हो रही है। इसके लिए प्रत्येक मंगलवार को आयोजित होने वाले हनुमान चालीसा में इस बार सामूहिक पाठ कर भगवान के चरणों में अर्जी लगाई गई। भगवान उन्हें सद्बुद्धि दें, खासकर वह लोग ऐसी टीका-टिप्पणी करने से बचे, जिन्हें सनातन धर्म के बारे में कोई जानकारी न हो।