पार्टी के लिए ही नहीं, देश निर्माण के लिए भी मजबूत संगठन जरूरी : प्रियंका वाड्रा

प्रदेश कार्यालय पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने दूसरे दिन भी की जोनवार बैठक, प्रदेश के आठों जोन के पदाधिकारियों से मिलीं महासचिव

पार्टी के लिए ही नहीं, देश निर्माण के लिए भी मजबूत संगठन जरूरी : प्रियंका वाड्रा

लखनऊ, 11 सितम्बर । उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश मुख्यालय में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की महासचिव एवं प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को दूसरे दिन भी व्यापक समीक्षा की। इसके साथ ही जमीनी हकीकत और चुनावी रणनीति पर मंथन किया। उन्होंने एक-एक पदाधिकारी से रिपोर्ट व फीडबैक प्राप्त किया।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने सभी जोन की समीक्षा बैठकों में संगठन निर्माण पर जोर देते हुए कहा कि सिर्फ पार्टी के लिए ही नहीं, वरन् देश निर्माण के लिए भी मजबूत संगठन की जरूरत है। उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव बिल्कुल नजदीक है। इसलिए कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को दिन रात कार्य करने की जरूरत है। टिकट बंटवारे पर उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों के नाम तय करने की प्रक्रिया में संगठन के पदाधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।

प्रियंका वाड्रा ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश, रूहेलखण्ड एवं मध्य उत्तर प्रदेश के जनपदों की ब्लाॅक एवं न्याय पंचायतवार समीक्षा की तथा पदाधिकारियों से आगामी रणनीति पर व्यापक विचार विमर्श किया। उन्होंने कहा कि संगठन का काम अब आखिरी चरण में पहुंच चुका है तथा आगामी चुनाव में टिकट बंटवारे में संगठन की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी।

प्रियंका वाड्रा आगामी विधान सभा चुनाव के दृष्टिगत जोनवार पदाधिकारियों से चर्चा कर चुनाव के महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर पदाधिकारियों की राय से अवगत हुईं एवं विधानसभा चुनाव में सफलता के लिए संगठन निर्माण के अंतिम चरण पर चर्चा की। इसके लिए दो दिन तक चलने वाले मैराथन बैठकों में प्रदेश के आठों जोन के प्रदाधिकारियों से मुलाकात की तथा जिला एवं शहर अध्यक्ष, प्रदेश सचिव, महासचिव और प्रदेश उपाध्यक्षों से एक-एक करके रिपोर्ट प्राप्त किया।

उन्होंने प्रदेश के 831 ब्लाॅकों 2614 वार्डो और 8134 न्याय पंचायत की रिपोर्ट पर व्यापक विचार विमर्श व समीक्षा किया। पश्चिमी जोन के अन्तर्गत आने वाले 96 ब्लाॅकों के 874 न्याय पंचायतों पर चर्चा हुई तथा किसान आंदोलन से जुड़े तमाम मुद्दों पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने पदाधिकारियों से विचार विमर्श किया। अंत में पूर्वांचल और अवध जोन की बैठकें सम्पन्न हुई, जिसमें पूर्वांचल के 97 ब्लाकों की 975 न्यायपंचायतों के संगठन पर चर्चा हुई तथा अवध के 133 ब्लाॅकों और 1330 न्याय पंचायतों पर महासचिव प्रियंका वाड्रा ने रिपोर्ट प्राप्त किया।