गोरखपुर : अंग्रेजी-मराठी में प्रकाशित होगी 'श्रीमद्भगवद्गीता'

गोरखपुर : अंग्रेजी-मराठी में प्रकाशित होगी 'श्रीमद्भगवद्गीता'

गोरखपुर : अंग्रेजी-मराठी में प्रकाशित होगी 'श्रीमद्भगवद्गीता'

21 जुलाई । गीता का प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से गोरखपुर में स्थापित गीता प्रेस ने अब अंग्रेजी और मराठी में श्रीमद्भागवत गीता को प्रकाशित करने की तैयारी शुरू कर दी है। दोनों ही पुस्तकों का कवर बनकर तैयार है। इन पुस्तकों की छपाई का कार्य अंतिम चरण में है। अगस्त माह में यह पुस्तक छपकर बाजार में उपलब्ध हो जाएगी।

इसमें गीता के श्लोक संस्कृत में होंगे, लेकिन इनका अनुवाद क्रमश: अंग्रेजी और मराठी में होगा। 250 रुपये कीमत वाली इस धार्मिक पुस्तक की शुरू में तीन-तीन हजार प्रतियां छपेंगी। 224 रंगीन पृष्ठों वाली इस अंग्रेजी-मराठी भाषाओं में प्रकाशित होने जा रही इस नई पुस्तक 129 चित्र ही होंगे।

अप्रैल में पहली बार हिन्दी में छपी थी सचित्र गीता

जापानी कोमोरी मशीन आ जाने के बाद अप्रैल महीने में पहली बार सचित्र श्रीमद्भगवद्गीता का प्रकाशन हुआ था। पहली बार तीन हजार प्रतियां छपी थीं। मांग बढ़ने के कारण जून महीने में ही उसका दूसरा संस्करण आया था, जिसकी 4000 प्रतियां छपी थीं। इतना ही नहीं, जून में गुजराती भाषा में भी इसकी 3000 प्रतियां प्रकाशित हो चुकी हैं।

बांग्ला-तेलुगु में प्रकाशित करने की तैयारी

रंगीन पृष्ठों की गीता को बांग्ला और तेलुगु भाषाओं में भी छापने की तैयारी की जा रही है। इसके अनुवाद का कार्य व अन्य तकनीकी कार्य संपादित हो रहा है। गीता की अलग-अलग पुस्तकें कुल 15 भाषाओं में प्रकाशित होती हैं। इसलिए इस पुस्तक का भी अन्य भाषाओं में प्रकाशन किया जाएगा।

उत्पाद प्रबंधक ने कहा

गीता प्रेस के उत्पाद प्रबंधक डॉ लालमणि तिवारी का कहना है कि मराठी और अंग्रेजी में भी सचित्र गीता छापने की तैयारी चल रही है। गीता प्रेस की स्थापना ही गीता के प्रचार-प्रसार के लिए की गई थी। ऑर्डर मिलने पर अन्य भाषाओं में भी गीता का प्रकाशन किया जाएगा।