ओमिक्रोन का योग, आयुर्वेद और नेचुरोपैथी में समाधान : स्वामी रामदेव

ओमिक्रोन का योग, आयुर्वेद और नेचुरोपैथी में समाधान : स्वामी रामदेव

ओमिक्रोन का योग, आयुर्वेद और नेचुरोपैथी में समाधान : स्वामी रामदेव

हरिद्वार, 09 जनवरी। योग, आयुर्वेद और नेचुरोपैथी में ओमिक्रोन सहित कोरोना के अन्य वेरिएंट का उपचार उपलब्ध है। यह दावा दोहराते हुए स्वामी रामदेव ने कहा कि देश और दुनिया को कोरोना के कुनबे से जूझते हुए लगभग 2 साल हो गये, लेकिन पूरा मेडिकल सिस्टम और इंडस्ट्रीज मिलकर के भी अभी तक कोरोना की दवा नहीं बना पाये। हां, वैक्सीन जरूर बनायी है,लेकिन वह कोरोना का ट्रीटमेन्ट नहीं, बल्कि केवल प्रिवेंशन है।

रविवार को पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट में ऑनलाइन पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि हमने पिछले 20 महीनों में 20 से अधिक इन्टरनेशनल रिसर्च पेपर्स, कोरोना के ट्रीटमेन्ट, प्रीवेन्शन और कॉम्प्लीकेषन के लिए प्रकाशित करके एक नया कीर्तिमान बनाया है। उन्होंने कहा कोरोनिल, श्वासारि, अणुतेल, गिलोय घनवटी, च्यवनप्राष, दिव्यपेय व अष्वगंधा आदि पर हमने 30 से अधिक बड़ी रिसर्च की है,जिसका देश के करोड़ों लोगों ने लाभ उठाया है।

उन्होंने घोषणा की कि कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमण से जूझ रहे लोगों की सहायता के लिए आज से देश के सभी पतंजलि चिकित्सा केन्द्रों पर कोरोनिल किट पर 25 प्रतिशत की छूट मिलेग।लोग ऑनलाइन कोरोनिल किट को छूट पर मंगवा सकते हैं। संस्थाओं व सेवार्थ खरीदने वालों को हम 40 प्रतिशत की छूट देंगे।

उन्होंने कहा कि हमने कोरोना के माइल्ड, मोडरेट और सीवियर इन तीनों प्रकार के रोगियों पर कार्य किया है। लोगों को औषधि दी है और उनको संकट से बाहर निकाला है, हमारे पास मोडरेट व सीवियर पेसेन्ट का डाटा है, जिसमें कोरोना के संक्रमण में इस औषधि का प्रभाव देखा गया है।



यद्यपि ओमिक्रोन का संक्रमण दर फैलने की दर ज्यादा है तथापि सीवियरटी और कैजुएल्टी कम है। फिर भी ओमिक्रोन को हल्के में नहीं लेना चाहिये। जिन रोगियों में डायबिटीज व दूसरे कॉम्प्लीकेशन है उनको ओमिक्रोन से नुकसान का ज्यादा खतरा है। उन्होंने कहा हमारी प्रतिबद्धता विश्व स्वास्थ्य संगठन के सस्टेनेबल हेल्थ के उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए पूरी दुनिया के मेडिकल सिस्टम में इन्ट्रीग्रेटेड पैथी की अप्रोच को स्थापित करना है।