बारिश का कहर: उत्तराखंड में जाते-जाते जुलाई ने मचाई तबाही, 12 लोगों की ले ली जान, आठ घायल

रुद्रप्रयाग, टिहरी, चमोली, देहरादून, नैनीताल व हरिद्वार में दिखा भयावह मंजर

बारिश का कहर: उत्तराखंड में जाते-जाते जुलाई ने मचाई तबाही, 12 लोगों की ले ली जान, आठ घायल

देहरादून, 01 अगस्त । आपदा प्रभावित राज्य उत्तराखंड में बारिश आफत बनकर टूट पड़ी है। मौसम के कहर ने 12 लोगों की जान ले ली है, जबकि आठ लोग घायल हुए हैं। सरकारी तंत्र राहत-बचाव कार्य में जुटा हुआ है। आपदा पर खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की नजर है। पुलिस के साथ एसडीआरएफ व हेलीकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू जारी है।

आपदा प्रभावित राज्य उत्तराखंड की राह इन दिनों खतरे से खाली नहीं है। ऐसे में लोगों को सतर्कता के सावधानी बरतने की जरूरत है। भारी बारिश के कारण भूस्खलन से संवेदनशील क्षेत्रों में भय व्याप्त हो गया है। कहीं पहाड़ टूट पड़ रहे हैं तो कहीं बादल फटने से मकान ढह जा रहे हैं। दरअसल, जुलाई की विदाई और अगस्त माह की शुरुआत के साथ मौसम के कहर से रुद्रप्रयाग, टिहरी, चमोली, देहरादून, नैनीताल व हरिद्वार में भयावह मंजर दिखा।


राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के ड्यूटी आफिसर व अनु सचिव जेपी बेरी की ओर से गुरुवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार बुधवार (31 जुलाई) को हरिद्वार जनपद के रुड़की तहसील अंतर्गत डेरा बस्ती में भारी बारिश से एक मकान ढह गया और उसमें दबकर चार लोगों की मौत हो गई, जबकि आठ लोग घायल हो गए। वहीं रुड़की बस स्टेशन पर करंट की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई। उधर, टिहरी जनपद के घनसाली तहसील अंतर्गत नौताड़ गदेरा जखनियाली में बादल फटने से एक होटल बह गया। इसमें तीन लोगों की मौत हो गई। चमोली जनपद के गैरसैण तहसील अंतर्गत रोयडा कुलखेत (बेलचौरी) गांव में मलबा आने से एक मकान क्षतिग्रस्त हो गया और उसमें दबकर एक महिला की मौत हो गई। देहरादून के आर्डिनेंस फैक्टरी के निकट नाले में बहने से दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों की शिनाख्त अर्जुन सिंह राणा (55) पुत्र सैन सिंह निवासी तुनवाला रायपुर देहरादून व सुंदर सिंह (35) के रूप में हुई है।

केदारनाथ मार्ग पर 450 लोग बचाए गए, नैनीताल में एक बालक तेज बहाव में बहा

इधर, नैनीताल में नाले के तेज बहाव में रिजवान (07) पुत्र हसनैन की बहने की सूचना है, जिसकी तलाश की जा रही है। वहीं रुद्रप्रयाग में केदारनाथ मार्ग पर भीमबली चौकी से 70 मीटर आगे मार्ग क्षतिग्रस्त होने से 450 यात्रियों को जीएवीएन व पुलिस चौकी में सुरक्षित ठहराया गया है। हेलीकॉप्टर से 200 यात्रियों का रेस्क्यू किया गया है। शेष 250 यात्रियों का रेस्क्यू किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री धामी ने आपदा प्रभावित जनपदों का किया हवाई और स्थलीय निरीक्षण

बीती रात आपदा आने के बाद से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार सक्रिय हैं। मुख्यमंत्री धामी गुरुवार को रुद्रप्रयाग के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे। मुख्यमंत्री धामी सुबह से ही प्रदेश के अलग-अलग जनपदों का हवाई एवं स्थलीय निरीक्षण कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने केदारनाथ यात्रा मार्ग पर पहुंचकर श्रद्धालुओं का कुशलक्षेम जाना और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। त्वरित एवं प्रभावी कार्रवाई को देखते हुए श्रद्धालुओं ने मुख्यमंत्री धामी का आभार व्यक्त किया। आपदा प्रभावित लोगों को मुख्यमंत्री ने हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।