कांग्रेस कार्यालय को गेरूआ रंग से रंगने पर भड़के पार्टी के पदाधिकारी, कार्यकर्ता
बोले, 36 घंटे के अंदर पुराना रंग नही किया गया तो करेंगे कानूनी कार्रवाई
वाराणसी,10 दिसम्बर । श्री काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण समारोह को भव्य बनाने के लिए पूरे शहर में साफ-सफाई (स्वच्छता अभियान) के साथ बाबा दरबार की ओर जाने वाले मार्ग पर स्थित भवनों की रंगाई पोताई हो रही है। वाराणसी विकास प्राधिकरण के अगुवाई में ये कार्य चल रहा है।
इसी क्रम में मैदागिन चौराहे के निकट स्थित कांग्रेस कार्यालय की बाहरी दीवार को भी गेरूआ रंग में रंगवा दिया गया। शुक्रवार को इसकी जानकारी पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को हुई तो उन्होंने कड़ी आपत्ति जताते हुए बखेड़ा खड़ा कर दिया। महानगर अध्यक्ष राघवेन्द्र चौबे ने कहा कि पार्टी की बिना सहमति के मनमानी करते हुए वीडीए ने कार्यालय की दीवार का रंग बदल दिया।
उन्होंने अफसरों को चेताते हुए कहा कि यदि 36 घंटे में प्रशासन ने पार्टी कार्यालय का रंग बदलवा कर पहले जैसे नहीं किया तो वह कानूनी कार्रवाई के लिए बाध्य होंगे। चौबे ने कहा कि मैदागिन स्थित पार्टी कार्यालय देश की आजादी के पहले का है। पार्टी कार्यालय का रंग बदलने से पहले हमसे पूछा क्यों नहीं गया। हर नाजायज काम पर हमारा विरोध है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर भवनों का रंग बदलने से इस देश और प्रदेश में गरीबी, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, भुखमरी और महिलाओं का उत्पीड़न रुक जाए तो हमारा पूरा समर्थन है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसा चाहें वैसा रंग कराएं।
उन्होंने कहा कि जिस काम के लिए जनता ने सरकार को चुना वह कार्य तो कर नहीं पा रहे। अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए वह धर्म और रंगों का सहारा ले रहे हैं। बताया कि, पार्टी की विधि प्रकोष्ठ की ओर से वीडीए को 36 घंटे की मोहलत दी गई है। यदि वह 36 घंटे में माफी नहीं मांगते हैं और रंग पहले के जैसे नहीं करवाते हैं तो हम विधिक कार्रवाई के लिए बाध्य होंगे।
बताते चलें कि, तीन दिन पहले नीची बाग इलाके में मस्जिद का रंग बदलने पर भी विवाद हुआ था। विरोध पर मस्जिद को सफेद रंग से रंगा गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगमन के दौरान काशी विश्वनाथ धाम की ओर जाने वाले मार्ग की दोनों तरफ की सभी बिल्डिंग एक समान गेरूआ कलर में दिखें इसके लिए वीडीए के निर्देश पर भवनों को रंगा जा रहा है।