(सिंहावलोकन) 2022 : कानपुर यातायात पुलिस ने ई-चालान से वसूला आठ करोड़ से अधिक जुर्माना

बीते वर्ष 2021 की अपेक्षा 2022 में आठ गुना जुर्माना की राशि में हुआ इजाफा

(सिंहावलोकन) 2022 : कानपुर यातायात पुलिस ने ई-चालान से वसूला आठ करोड़ से अधिक जुर्माना

कानपुर, 31 दिसम्बर । शहर की यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए पिछले वर्ष यातायात विभाग ने डंडा दिखाकर वाहनों को रोकने की बजाए यातायात नियमों को तोड़ने वालों के लिए ई-चालान की व्यवस्था की। यह ई-चालान यातायात पुलिस के लिए बेहतर साबित हुआ और बीते वर्ष 2021 की अपेक्षा आठ गुना जुर्माना राशि वसूली करने में सफल रहा।

आंकड़े बता रहे हैं कि वर्ष 2021 में यातायात विभाग ने विभिन्न प्रकार के वाहन चालान के जरिये करीब एक करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला था और 2022 में आठ करोड़ 14 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया।

कानपुर की यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए हर बार की तरह पिछले वर्ष भी तमाम दावे किये गये लेकिन व्यवस्था जस की तस रही। शहर के सभी प्रमुख स्थानों पर भीषण जाम से लोग बराबर जूझते रहें, लेकिन 2022 में यातायात विभाग ने चालान काटने के लिए तकनीक का इस्तेमाल कर लिया और ई-चालान होने लगे। इस ई चालान से यातायात पुलिस को यातायात नियमों को तोड़ रहे वाहन सवारों से खटखट भी नहीं करनी पड़ती और धीरे से फोटो खींचकर ई-चालान कर दिया जाता है। यह ई-चालान व्यवस्था यातायात विभाग के लिए बेहतर साबित हुई।

एक साल में कनपुरियों के पांच लाख 84 हजार वाहनों के चालान काटे गए और इसके जरिए आठ करोड़ 14 लाख रुपये जुर्माना वसूला गया। यह सच्चाई साल 2022 खत्म होने पर यातायात पुलिस की ओर से जारी आंकड़ों से सामने आई है।

साल 2021 में चालानों के वसूली का आंकड़ा करीब एक करोड़ रुपये जुर्माने का था, लेकिन अब आठ गुना तक इजाफा हुआ है। प्रति महीने यातायात पुलिस ने करीब 68 लाख रुपये जनता के यातायात नियमों की अनदेखी और लापरवाही करने पर गाढ़ी कमाई से वसूला गया। हालांकि यातायात व्यवस्था और संसाधनों के नाम पर कुछ खास नहीं रहा। यही नहीं यातायात पुलिस के पास जाम से निपटने के लिए कोई प्लान नहीं है।

यातायात डीसीपी तेज स्वरुप सिंह ने बताया कि ई चालान से लोगों में डर पैदा हुआ है और लोग यातायात नियमों का पालन कर रहे हैं। ई-चालान की व्यवस्था कारगर साबित हो रही है और विभाग को जुर्माना भी पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार आठ गुना बढ़ा हुआ मिला है। यातायात को सुचारु रुप से चलाने के लिए प्लान बनाएं जाएंगे।