'सांस्कृतिक संरक्षण में युवाओं की भूमिका' पर ऑनलाइन प्रतियोगिता

उप्र से इविवि एवं पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय के छात्र सम्मिलित

'सांस्कृतिक संरक्षण में युवाओं की भूमिका' पर ऑनलाइन प्रतियोगिता

प्रयागराज, 31 अक्टूबर । आजादी का अमृत महोत्सव मनाने के क्रम में इलाहाबाद विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश एवं पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय, शिलांग, मेघालय के प्रतिभागियों के मध्य रविवार को “सांस्कृतिक संरक्षण में युवाओं की भूमिका“ विषय पर ऑनलाइन भाषण प्रतियोगिता हुई। जिसमें पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय के आलोक सिंह ने प्रथम, इलाहाबाद विश्वविद्यालय की अदिति ने द्वितीय तथा पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय के तरुण कुमार ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय के “आजादी के अमृत महोत्सव“ के संयोजक प्रो.माधवेंद्र प्रसाद पाण्डेय ने कहा कि सांस्कृतिक संरक्षण में युवाओं को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के प्रोफेसर हितेंद्र कुमार मिश्र ने कहा कि युवा इस देश की रीढ़ हैं। उनके मजबूत होने से ही देश मजबूत होगा।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. राजेश कुमार गर्ग ने कहा कि केवल संस्कृति ही नहीं सब प्रकार के विकास और संरक्षण में युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान होता है और युवाओं को इसके लिए प्रशिक्षित भी किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि उक्त कार्यक्रम में निर्णायक के रूप में संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ के सहायक प्रोफेसर डॉ. रामकिंकर पाण्डेय एवं केरल विश्वविद्यालय के सहायक प्रोफेसर डॉ जी. गोपाकुमार की भूमिका महत्वपूर्ण रही। कार्यक्रम में इलाहाबाद विश्वविद्यालय और पूर्वोत्तर पर्वतीय विश्वविद्यालय के तमाम प्रतिभागी उपस्थित रहे।