मातृ दिवस : जननी की सुरक्षा के लिए विशेष पूजा, मां गंगा से मांगा बेटियों के लिए आशीष
एक साथ हजारों लोगों ने ली शपथ, न करेंगे न होने देंगे भ्रूण हत्या
वाराणसी, 14 मई । मातृ दिवस पर रविवार की शाम दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा का षोड़षोपचार विधि से पूजन और आरती के बाद दीपदान किया गया। ‘आगमन सामाजिक संस्था’ की अगुवाई में माताओं की रक्षा, पेट में पल रही नन्ही परियों के सलामती के लिए मां गंगा से प्रार्थना की गई।
घाट पर देश विदेश से आए हजारों श्रद्धालुओं और काशी वासियों ने गंगा आरती से पहले हाथ में दीप लेकर कन्या भ्रूण हत्या नहीं करने की शपथ ली। इसके साथ ही लोगों ने दूसरों को भी ऐसा करने से रोकने का वचन दिया। संस्था के सचिव डॉ. संतोष ओझा ने बताया कि आज हम लोगों ने गर्भवती माताओं के पेट में पल रही बेटियों की सलामती के लिए पूजन किया है।
अक्सर देखा जाता है कि संकुचित मानसिकता के लोग बेटों की चाह में गर्भ में बेटियों की पहचान कर उनकी हत्या करा देते हैं। ऐसे लोगों को मां गंगा और बाबा विश्वनाथ सदबुद्धि दें। इसी लिए इस विशेष पूजन का आयोजन हुआ है। इस विशेष अनुष्ठान में विशाल भारत संस्था के डॉ. राजीव श्रीवास्तव, गंगा महासभा के पं. गोविन्द शर्मा और गंगोत्री सेवा समिति के पं. दिनेश शंकर दूबे ने सभी श्रद्धालुओं को शपथ दिलाई। इसके अलावा आयोजन में पं. किशोरी रमण दुबे, दिनेश शंकर दुबे, डॉ. गिरीश तिवारी, तापस दास, शुभम सेठ, रंजीत गुप्ता आदि ने भी भागीदारी की।