डाक विभाग ने उत्साहपूर्वक मनाया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

अनुशासित जीवन जीने का विज्ञान है योगः पोस्टमास्टर जनरल

डाक विभाग ने उत्साहपूर्वक मनाया अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

वाराणसी, 21 जून । नौवां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बुधवार को डाक विभाग के विभिन्न मंडलों और डाकघरों में उत्साहपूर्वक मनाया गया। कैण्ट प्रधान डाकघर परिसर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने इसका शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने डाक विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को नियमित योगाभ्यास करने और इसे अपनी नियमित जीवन शैली में जोड़ने पर जोर दिया।

पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि योग वस्तुतः अनुशासित जीवन जीने का विज्ञान है। योग कर्मसु कौशलम् के माध्यम से भारतीय संस्कृति की इस अमूल्य और विलक्षण धरोहर को वैश्विक स्तर पर अपनाया गया है। इस अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को योगा फॉर वसुधैव कुटुम्बकम एवं हर आंगन योग की थीम को समर्पित कर इसे चरितार्थ भी किया गया है। उन्होंने बताया कि योग दिवस को खास बनाने एवं योग के महत्व को समझाने के लिए डाक विभाग द्वारा डिजिटल पोस्टकार्ड के लिए बनाई गई माइक्रोसाइट से लोगों ने उत्साहपूर्वक डिजिटल पोस्टकार्ड डाउनलोड किए। कार्यक्रम में सहायक निदेशक द्वय ब्रजेश शर्मा, राम मिलन, डाक अधीक्षक मासूम राश्दी आदि ने भी भागीदारी की।



-एनडीआरएफ बचाव कर्मियों ने वाहिनी मुख्यालय पर किया योग



अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 11 एनडीआरएफ के जवानों ने उपमहानिरीक्षक मनोज कुमार शर्मा के नेतृत्व में वाहिनी मुख्यालय चौकाघाट में योगाभ्यास किया। पतंजलि योगपीठ से आये हुए योग प्रशिक्षक शैलेश बर्नवाल के मार्गदर्शन में बचाव कर्मियों ने विभिन्न प्रकार के आसन और प्राणायाम किए। इसी क्रम में सूर्या फाउंडेशन की ओर से कादीपुर गांव में योग का कार्यक्रम किया गया, जिसमें 450 लोगों ने भागीदारी की। इसमें बच्चे, महिलाएं भी शामिल रही। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रधानाचार्य गुलाब सिंह, पुरुषोत्तम राणा, गजानन चौहान, दीपचंद आदि ने योग के महत्व को बताया। फाउंडेशन के गजानन चौहान ने बताया कि संस्था की पहल पर देशभर के 18 राज्यों में इस कार्यक्रम को कराया गया। लोगों में योग के प्रति अपनत्व आए, योग हमारे जीवन का आधार बने, जीवन की शैली बने इस दिशा में फाउंडेशन ने गांव गांव में योगशाला का कार्यक्रम पिछले एक सप्ताह से चलाया।