मायावती का विपक्षी दलों पर निशाना
बसपा अध्यक्ष मायावती ने पार्टी पदाधिकारियों संग बैठक कर बताई संगठन की प्राथमिकताएं
लखनऊ, 30 जून । बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उप्र की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने गुरुवार को यहां अपने कार्यालय पर पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में पूर्व में तय किये गये लक्ष्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि भाजपा, कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल बसपा के अभियान को रोकना चाहते हैं। हमे उनकी जातिवादी मानसिकता से सतर्क रहना होगा। अल्पसंख्यकों का जिक्र किये बगैर कहा कि चुनावों के दौरान बसपा को विशेष वर्ग को भटने से रोकना होगा।
बैठक को संबोधित करते हुए बसपा अध्यक्ष मायावती ने पदाधिकारियों को आश्वस्त किया कि राट्रपति पद की उम्मीदवार द्रोपदी मुर्मू को समर्थन देने का मतलब यह कतई नहीं है कि भाजपा के पक्ष में या कांग्रेस के विरोध में कदम है। बसपा ने अनुसूचित जनजाति की एक सशक्त महिला का समर्थन करने का निर्णय लिया गया है। डॉ. अंबेडकर के अभियान को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। इतना जरूर है कि यूपीए ने अपना साझा उम्मीदवार तय करते समय बसपा को विश्वास में नहीं लिया। पार्टी के सम्मान के लिए बसपा का यह स्वतंत्र रूप से लिया हुआ फैसला है।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार भी हमला बोला। बसपा नेता ने कहा कि उप्र में सरकारों की गलत नीतियों और उनके रवैये की वजह से हालात बिगड़ रहे हैं। महंगाई बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि नफरती तत्वों के प्रति तुष्टीकरण करने के बजाए सरकार को पूरी सख्ती के साथ निपटना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश की जनता से भी शांति कायम रखने की अपील की।
मायावती का इस बैठक में मुख्य फोकस 2024 के लोकसभा चुनाव पर रहा। उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों को पूरी सिद्दत से संगठन को मजबूती प्रदान करने को कहा। साथ ही यह भी कहा कि विशेष वर्ग ‘मुसलमानों’ को चुनाव के दौरान भटकने से रोकना है। सपा का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ जातिवादी राजनीतिक दल उन्हें भटका देते हैं। उन्हें भटकने से रोकना होगा।