डॉ. बंसल हत्या का मास्टर माइंड 50 हजार का इनामी गिरफ्तार

डॉ. बंसल हत्या का मास्टर माइंड 50 हजार का इनामी गिरफ्तार

डॉ. बंसल हत्या का मास्टर माइंड 50 हजार का इनामी गिरफ्तार

प्रयागराज, 25 अगस्त। उप्र एसटीएफ की प्रयागराज फील्ड इकाई ने डॉ एके बंसल हत्याकांड के मास्टर माइंड को बुधवार की देर शाम परेड ग्राउंड से गिरफ्तार किया। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम रखा गया था। उसके खिलाफ कीडगंज थाने में विधिक कार्रवाई की जा रही है।

एसटीएफ प्रयागराज फील्ड इकाई के पुलिस उपाधीक्षक नवेन्दु कुमार ने बताया कि बिहार के पटना जनपद के कंकड बाग कॉलोनी अशोक नगर निवासी आलोक सिन्हा है। उसकी गिरफ्तारी के लिए उप्र पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।



उल्लेखनीय है कि, 12 जनवरी वर्ष 2017 की शाम कीडगंज थाना क्षेत्र में स्थित जीवन ज्योति हॉस्पिटल के मालिक डॉ. अश्वनी कुमार बंसल की अज्ञात अपराधियों ने उनके चेम्बर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसमें जांच के बाद खुलासा हुआ कि पूरी वारदात का मास्टर माइंड अपराधी आलोक सिन्हा है,जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी।



डॉक्टर बंसल से कैसे हुई पहचान



एसटीएफ से पूछताछ के दौरान आलोक सिन्हा ने बताया कि मूलरूप से वह बिहार का निवासी है। पटना से शिक्षा पूरी करने के बाद, दिल्ली में वहां कई कोचिंग संस्थानों में मैथस की कोचिंग पढ़ाने लगा। धीरे-धीरे वह आगे बढ़ता गया और उसके पश्चात गाजियाबाद वैशाली के सेक्टर 04 में टॉपर्स 100 के नाम से मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की कोचिंग शुरू की। इस बिल्डिंग के मालिक महर्षि महेश योगी विश्वविद्यालय के चेयरमैन अजय प्रकाश श्रीवास्तव थे। जिससे महर्षि योगी विश्वविद्यालय में आना-जाना शुरू हो गया और उन्ही के माध्यम से डॉ. एके बंसल से परिचय हो गया। विश्वविद्यालय में डॉक्टर बंसल पार्टनर की भूमिका में थे।

डॉक्टर बंसल से नजदीकी बढ़ने के पश्चात डॉक्टर बंसल ने अपने बेटे के एडमिशन के लिए 55 लाख रुपये दिए। जिसमें 10 लाख रुपये का चेक के माध्यम से तथा 15 लाख रुपये सोनू नाम के व्यक्ति के जरिए व 30 लाख रुपये कैस के रूप में दिए। जिसके बाद से इलाहाबाद मेरा आना-जाना रहता था। डॉक्टर बंसल के घर परिवार से भी मै भलीभांति परिचित हो गया था। एक जमीन के सिलसिले में दिलीप मिश्रा निवासी लवायन कला, प्रयागराज डॉ. बंसल के घर आया-जाया करता था। उससे भी उसकी पहचान हो गई। डॉ. बंसल के लड़के अर्पित का जब एडमिशन डीएम नेफोरोलाजी में नहीं हो पाया तो कुछ दिनों बाद, डॉक्टर बंसल पैसा वापसी के लिए दबाव बनाने लगे। इतना ही नहीं डॉक्टर बंसल ने सिविल लाइंस में उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करा दिया।



उक्त मुकदमें में पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके नैनी जेल भेज दिया, जहां उसकी मुलाकात दिलीप मिश्रा, अख्तर कटरा, सोनू, पवन, रामा शुक्ला, गुलाम रसूल से हुई। दिलीप मिश्रा व अख्तर कटरा आपराधिक किस्म के कई व्यक्ति है। उन सभी से दोस्ती होने के बाद दिलीप मिश्रा के घर से भोजन भी उसके लिए आने लगा। उसी के माध्यम से उसके लिए जमानदार भी मिल गए। जिसके बाद मैने दिलीप मिश्रा से डॉक्टर बंसल को ठिकाने लगाने की बात कही तो, दिलीप मिश्रा ने बताया कि डॉक्टर बंसल से साढ़े तीन बीघा जमीन का विवाद है। इस तरह पूरी कहानी तैयार हुई और 70 लाख रुपये पर शूटरों को तैयार करके दिया गया। जिसके परिणाम स्वरूप डॉ. बंसल की हत्या कर दी गई। आलोक सिन्हा के खिलाफ कुल आठ आपराधिक मुकदमें दर्ज है। आरोपित के खिलाफ विधिक कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया गया है।