महंत दुर्गादास ने कुम्भ मेला क्षेत्र मे वक्फ बोर्ड की भूमि बताने वाले मौलाना को चेताया 

महंत दुर्गादास ने कुम्भ मेला क्षेत्र मे वक्फ बोर्ड की भूमि बताने वाले मौलाना को चेताया 

महंत दुर्गादास ने कुम्भ मेला क्षेत्र मे वक्फ बोर्ड की भूमि बताने वाले मौलाना को चेताया 

महाकुम्भ नगर, 07 जनवरी ।प्रयागराज, महाकुम्भ मेला क्षेत्र मे वक्फ बोर्ड की भूमि बताने वाले मौलाना को अखिल भारतीय अखाडा परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मुखिया महंत दुर्गादास ने कहा की मौलाना जिस 55 बीघा जमीन को लेकर दावा कर रहे हैं वह जमीन ना कभी उनकी थी और ना होगी। क्योंकि आदि अनादि काल से महाकुंभ मेला उक्त भूमि पर लगता चला आ रहा है और आज मौलाना जमीन पर अपना हक जाता रहे हैं।

उन्होंने कहा कि अगर मौलाना के पास उस भूमि के दस्तावेज हैं जो प्रमाणित कर सके की भूमि वक्फ बोर्ड की हैं तो हम भी मान लेंगे की भूमि वक्फ बोर्ड की हैं। उन्होंने कहा कि बिना किसी दस्तावेज़ के या बिना किसी प्रमाण के इस तरह की बातें करना उन्हें शोभा नहीं देता है। उन्होंने कहा कि मौलाना को किसी भी तरह का बयान देने से पहले इन विषयों पर अच्छे से विचार कर लेना चाहिए नहीं तो उनके लिए सही नहीं होगा। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद माहौल को खराब करने वालों और ऐसी ओछी राजनीति करने वालों को कतई बर्दाश्त नहीं करेगा।

उन्होंने कहा कि महाकुंभ मेले को 20 सेक्टरो में विभाजित किया गया है। जिनमे सुरक्षा व्यवस्थाओं को चाकचौबंद कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि 13 अखाड़े के पास सबसे बड़ी फौज सनातन धर्म के नागा संन्यासियों की है जो सनातन की रक्षा के लिए काम करते हैं। उन्होंने कहा कि मौलाना का दिमाग सही काम नहीं कर रहा है उनकी मानसिक स्थिति सही तरह से काम नहीं कर रही है उन्हें अपना इलाज कराना चाहिए नहीं तो हमारे 13 अखाडो में बड़े-बड़े संत महापुरुष मौजूद हैं जो उनका दिमाग सही कर देंगे। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि कुंभ मेला क्षेत्र और उसकी भूमि झूसी से दारागंज तक फैली है और मौलाना कहते हैं कि यह भूमि वक्फ बोर्ड की है। उन्होंने कहा कि मौलाना अपनी राजनीति कर अपने आप कों चमकाने के साथ मुस्लिम समाज के नेता बनना चाहते हैं, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री महंत दुर्गादास ने चेताते हुए कहा कि वो राजनीति न करें। हम साधु संत हैं हम तपोनिष्ट और धर्मनिष्ट हैं। इसलिए हम उनसे कहना चाहते हैं कि हमसे राजनीति न करें और कोई काम ऐसा ना करें जिससे विवाद की स्थिति पैदा हो और माहौल खराब हो ऐसा कोई प्रयास न करें ऐसा करने से कहीं ऐसा ना हो की कुंभ स्नान की जगह कोई दूसरा कुंभ हो जाए। क्योंकि संत शास्त्र और शस्त्र दोनों का ज्ञान भली-भांति जानते हैं

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अखिल भारतीय अखाडा परिषद के13अखाड़ों के संत महापुरुषों के साथ महाकुम्भ कों दिव्य और भव्यता के साथ सम्पन्न कराएँगे।

उन्होंने कहा की महाकुंभ मेला हमारी भारतीय संस्कृति की अद्भुत पहचान है और सभी संत महापुरुषों के आशीर्वाद से यह महा कुंभ मेला सहकुशल संपन्न होगा। उन्होंने कहा कि कुछ तथा कथित राजनेता अपनी ओछी राजनीति चमकाने के लिए महाकुंभ मेले में संत महापुरुषों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं। या तो वह अपनी भाषा शैली पर संयम बरतें नहीं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने के लिए हम स्वतंत्र हैं, और जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा।

क्षमहाकुंभ मेला करोड़ों हिंदुओं की आस्था का केंद्र और पर्व भी है। ऐसे समय में इस तरह के आलोचनात्मक बयान देकर माहौल को खराब करने का प्रयास ना करें। क्योंकि साधु संत इस तरह के बयान बाजी को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।

इस अवसर पर अखाड़े के सचिव श्री महंत राम रतन गिरी,आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अरुण गिरी , मुखिया महंत दुर्गादास जी , महंत दिनेश गिरी, श्री महंत राधे गिरी, महंत राजगीरी, महंत ओमकार गिरी, महामंडलेश्वर साध्वी विशिष्वरानंद गिरी, स्वामी आदियोगी, महंत प्रकाशानंद आदि के साथ अनेक संत महापुरुष मौजूद रहे।