महाकुंभ स्वयं से संवाद का सुअवसर : अमरजीत मिश्र

महाकुंभ स्वयं से संवाद का सुअवसर : अमरजीत मिश्र

महाकुंभ स्वयं से संवाद का सुअवसर : अमरजीत मिश्र

महाकुम्भनगर, 13 फरवरी (हि.स.)। मुंबई भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व फिल्मसिटी के पूर्व उपाध्यक्ष अमरजीत मिश्र ने कहा कि संगम की भूमि पर उतरने और दर्शन करने मात्र से भी संगम स्नान का लाभ होता है। महाकुम्भ संगम नगरी में दूर दूर से आये ऋषि-मुनियों का सानिध्य प्राप्त कर स्वयं से संवाद स्थापित करने का सौभाग्यशाली अवसर देता है। महाकुम्भ एक स्नान पर्व मात्र नहीं है, यह हमारे सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जीवन के लिए मंथन महोत्सव भी है। यह बात उन्होंने महाकुम्भ में डुबकी लगाने के बाद कही। इस दौरान भाजपा नेता ने जूना अखाड़ा के प्रमुख आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज का आशीष भी प्राप्त किया।

मुंबई भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि महाकुंभ में स्नान करने भर से अंतर का भाव अध्यात्म के रंग में भर जाता है। प्रयागराज का महाकुंभ भारत की एकता का अमृत-कलश है। एक भारत-श्रेष्ठ भारत की जीवंत झांकी है, साथ ही हमारी सांस्कृतिक अस्मिता का प्राणवान स्मारक है। उन्होंने उत्तर प्रदेश की सरकार की व्यवस्थापकीय क्षमता की प्रशंसा की।कहा कि सनातन के सौंदर्य, आस्था के आह्वान, मानवता के महोत्सव, भारतीयता के स्पंदन और संस्कृतियों के समागम के महाकुम्भ की दिव्यता और भव्यता को देखकर विश्व हतप्रभ है। उन्होंने सीएम योगी का लगातार अधिकारियों के साथ संवाद और धर्माचार्यों से परस्पर मंत्रणा को उनकी कर्मठता और महाकुंभ के प्रति समर्पण भाव का परिचायक बताया।