भगवान लक्ष्मी नारायण गये शयन में, शुभ कार्य ठप

दो माह का शुरू होगा चातुर्मास : स्वामी ब्रह्माश्रम महाराज

भगवान लक्ष्मी नारायण गये शयन में, शुभ कार्य ठप

प्रयागराज, 18 जुलाई । भगवान लक्ष्मी नारायण देवशयन में चले गये, जिससे सनातन धर्म में होने वाले सभी शुभ कार्य अब ठप हो जाएगे। इसी के साथ दो माह का चातुर्मास भी शुरू हो जाएगा। सभी संत महात्मा अपने-अपने आश्रमों में रहकर भगवद् भजन, संत सेवा और भण्डारा करते हुए समय व्यतीत करेंगे। 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन किया जायेगा, जिसमें बड़ी संख्या में शिष्य गुरु पूजन करते हुए भण्डारे का प्रसाद ग्रहण करेंगे।

अखिल भारतीय दण्डी सन्यासी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्माश्रम महाराज ने बताया कि गुरू पूर्णिमा से चातुर्मास शुरू होता है, लेकिन इस बार भगवान लक्ष्मी नारायण 17 जुलाई से देवशयन में जा रहे हैं। इससे सभी शुभ कार्य स्थगित हो जाएगा। यह सभी शुभ कार्य भगवान लक्ष्मी नारायण के देवशयन से उठने अर्थात 18 सितम्बर से फिर शुरू होगा। उन्होंने बताया कि चातुर्मास के दौरान सभी संत महात्मा अपने-अपने आश्रमों में रहते हुए भगवद् भजन और संत सेवा करते हैं। उन्होंने बताया कि वह इस बार चातुर्मास हरियाणा के चरखी दादरी स्थित आश्रम में करेंगे। इस दौरान बड़ी संख्या में दण्डी सन्यासी चातुर्मास में शामिल होंगे।

काशी सुमेरुपीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी नरेन्द्रानंद सरस्वती महाराज ने बताया कि वे बड़ी संख्या में संतों और शिष्यों सहित काशी स्थित आश्रम में चातुर्मास करेंगे। श्रीराम झरोखा कैलाश धाम बीकानेर के महामंडलेश्वर स्वामी सरयूदास संतों और शिष्यों सहित चातुर्मास बीकानेर स्थित आश्रम में करेंगे। जगद्गुरु शांडिल्य महाराज श्रृंगवेरपुर स्थित आश्रम में बड़ी संख्या में शिष्यों और संतों के साथ चातुर्मास करेंगे। उन्होंने बताया कि वर्ष का यही दो माह ऐसा होता है कि सभी संत, महात्मा एक स्थान पर रहते हुए भगवद् भजन करते रहते हैं और उसके बाद फिर देशाटन करते रहते हैं। चौफटका स्थित देवगिरी हनुमान मंदिर के व्यवस्थापक महामंडलेश्वर स्वामी वीरेन्द्रनंद ब्रह्मचारी महाराज आश्रम में चातुर्मास करेंगे। उन्होंने बताया कि गुरू पूर्णिमा पर सुबह से गुरु पूजन, विशाल अन्नक्षेत्र चलेगा, जिसमें बड़ी संख्या में परिवार सहित शिष्य और श्रद्धालु भण्डारे का प्रसाद ग्रहण करेंगे।

ओम नमः शिवाय प्रयागराज की ओर से महागुरू पूर्णिमा महोत्सव 21 जुलाई रविवार को सुबह आठ बजे से ईसीसी कालेज के पीछे गऊघाट पर मनाया जायेगा और दोपहर दो बजे से विशाल भण्डारा शुरू होगा। गुरुदेव ने बताया कि 20 जुलाई शनिवार को आश्रम में रुद्र महायज्ञ का आयोजन किया गया है। भगवान शिव लीला का मंचन आश्रम स्थित सभागार में सुबह नौ बजे से होगा। उन्होंने बताया कि गुरू पूर्णिमा महोत्सव में देश-प्रदेश के कोने-कोने से बड़ी संख्या में शिष्य और श्रद्धालु शामिल होंगे। आश्रम के दीपक कुमार ने बताया कि गुरू पूर्णिमा महोत्सव पर सबसे पहले भगवान शिव का विधि-विधान से गंगाजल, दूध, दही, शहद, शक्कर, घी, पंचद्रव्य से भव्य अभिषेक, माल्यार्पण, भव्य आरती और भोग लगेगा। ऐसे में सभी शिष्य महागुरू पूर्णिमा महोत्सव में शामिल होंगे।