कौशांबी: नौकरी से निकाले जाने पर गुस्से में लगाया था महिला फॉलोअर ने एसपी पर आरोप
एडीजी प्रयागराज ने गठित की तीन सदस्यीय जांच कमेटी
कौशांबी, 20 जून । पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव पर छेड़खानी का आरोप लगाने महिला सेविका (फॉलोअर) चौबीस घंटे के भीतर ही अपने बयान से पलट गई है। मंगलवार को पुलिस लाइन में पत्रकारों से कहा कि नौकरी से निकाले जाने पर गुस्से में आकर उसने एसपी पर झूठा उत्पीड़न का आरोप लगाया था। वहीं, इस मामले को लेकर प्रयागराज के अपर पुलिस महानिदेशक भानु भास्कर ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर जांच के निर्देश दिए थे।
सोशल मीडिया में बीती रात सोमवार को एक वीडियो सार्वजनिक हुआ। इसमें एक महिला सेविका (फॉलोअर) पुलिस अधीक्षक की मां की देखभाल के लिए उनके आवास पर नियुक्त थी। महिला का आरोप था कि पुलिस अधीक्षक ने उनका उत्पीड़न किया है। इसका वीडियो सार्वजनिक होने पर पुलिस महकमे हड़कम्प मच गया। मामले में प्रयागराज एडीजी भानु भास्कर ने सोमवार रात को ही वायरल वीडियो को संज्ञान में लेकर जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी।
आरोप सामने आने के बाद पुलिस ने महिला सेविका को मंगलवार सुबह पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता के लिए बुलाया और उसे पत्रकारों के समक्ष लाया गया। जहां उसने अपने बयान में कहा कि रसोई में काम करते हुए उसके हाथ से प्लेट टूट गई थी। इस पर मैडम ने उसे डांट लगाई और उसकी गलतियों पर नौकरी से निकलवाने की बात कही। इस कारण वह आवेश में आ गई और उसने पुलिस अधीक्षक पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए वीडियो सोशल मीडिया में वायरल कर दिया।
जांच टीम जुटी
पुलिस अफसर पर लगे आरोप को गंभीरता से लेते हुए अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज भानु भास्कर ने जांच कमेटी गठित की है। जांच दल मेें आईजी प्रयागराज चन्द्र प्रकाश, दो महिला अफसर (सीडीओ प्रतापगढ़, एसपी चित्रकूट) शामिल हैं। जांच टीम चार दिन में तहकीकात कर अपनी रिपोर्ट उच्चधिकारियों को सौंपेंगी।