पूर्वांचल के जनसभाओं में योगी ने प्रधानमंत्री के 'करिश्माई नेतृत्व' को बनाया हथियार

केन्द्र और प्रदेश के जन कल्याणकारी योजनाओं के बहाने आमजन को बता रहे पूर्व की सरकारों के भ्रष्टाचार

पूर्वांचल के जनसभाओं में योगी ने प्रधानमंत्री के 'करिश्माई नेतृत्व' को बनाया हथियार

वाराणसी, 20 दिसम्बर । मिशन 2022 फतह के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'करिश्माई नेतृत्व' केन्द्र और प्रदेश सरकार के जन कल्याण कारी कार्यो को बड़ा हथियार बना लिया है। इसके साथ ही विपक्षी पार्टियों खास कर समाजवादी पार्टी और उसके नेतृत्व के कार्यकाल की जमकर बखिया उधेड़ रहे है। सोमवार को इसकी बानगी और योगी का आक्रामक तेवर फिर जौनपुर के मछलीशहर में दिखा।

मछलीशहर के फौजदार इंटर कालेज के मैदान में आयोजित जनसभा में केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में मुख्यमंत्री ने समाजवादी पार्टी के नेतृत्व को आइना दिखाते हुए कहा कि विकास कैसे होता है इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कर दिखाया। आज विकास पथ पर दौड़ता नए उत्तर प्रदेश का नया जौनपुर है। जनता की हर समस्या का समाधान, उ.प्र. सरकार की पहचान बन गई है।

मुख्यमंत्री ने जनसभा में मौजूद लोगों को बताया कि पिछली सरकारों में गरीब व किसान सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित रहते थे। जब भी कोई नौकरी निकलती थी, तो पूरा खानदान निकल पड़ता था। छोटी सोच के लोग बड़ा काम नहीं कर सकते हैं। पिछली सरकार के लोगों की सोच संकुचित और छोटी थी। लेकिन भाजपा की डबल इंजन सरकार में आज गरीबों व पात्र किसानों को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। पिछली सरकार में बदहाल कानून व्यवस्था के बहाने उन्होंने अपने कार्यकाल में व्यवस्था को बता कहा कि राज्य में एक तरफ बुलडोजर सड़क पर चलता है, दूसरी तरफ माफियाराज पर चलाया जा रहा है। सड़क बनाने के साथ ही गुंडों और माफिया की छाती को भी रौंदा जाएगा। मुख्यमंत्री जनसभाओं में अखिलेश यादव पर तंज कसने का कोई अवसर नही छोड़ते। जौनपुर में भी उन्होंने निशाना साधा। मुख्यमंत्री ने कोरोना काल के भयावह दौर का उल्लेख कर कहा कि जो लोग कोविड वैक्सीन का विरोध कर रहे थे उनका ही विरोध कर देना है। वे जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे थे। गरीब को बचाने का विरोध कर रहे थे।

बताते चले, मछली शहर विधानसभा क्षेत्र समाजवादी पार्टी के लिए उर्वरा भूमि रहा है। मछलीशहर विधानसभा सीट में भाजपा का खाता नहीं खुला है। 2012 के बाद से इस सीट को सुरक्षित कर दिया गया। इसी को जीतने के लिए मुख्यमंत्री ने गंभीरता दिखाई है। जनसभा में भाग लेने के पूर्व मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी।