इविवि कुलपति का सम्मान समारोह एवं पं. मदनमोहन मालवीय सभागार का उद्घाटन

ईश्वर शरण महाविद्यालय में विश्वविद्यालय बनने की समस्त उत्कृष्टता मौजूद : कुलपति

इविवि कुलपति का सम्मान समारोह एवं पं. मदनमोहन मालवीय सभागार का उद्घाटन

प्रयागराज, 12 मई । इलाहाबाद विश्वविद्यालय की प्रथम महिला कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव का सम्मान समारोह ईश्वर शरण पीजी कॉलेज में गुरूवार को हुआ। साथ ही कॉलेज के नवनिर्मित पं मदनमोहन मालवीय सभागार का उद्घाटन किया गया। मुख्य अतिथि इलाहाबाद विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने कहा कि यह महाविद्यालय इलाहाबाद विश्वविद्यालय का श्रेष्ठ महाविद्यालय है और इसमें विश्वविद्यालय बनने की समस्त उत्कृष्टता मौजूद है।

कुलपति ने आगे कहा कि इस महाविद्यालय के पास योग्य संकाय सदस्य, व्यापक अवसंरचना और विस्तृत परिसर है। विश्वविद्यालय में संकाय सदस्यों की नियुक्ति और परिसर का विकास, टेढ़ी डगर पर चलना है। विश्वविद्यालय में कार्यरत नकारात्मक बलों के विरुद्ध महिला होते हुए सकारात्मक कार्य करना नितांत चुनौतीपूर्ण कृत्य है और मेरे विचार में महिलाएं बेहतर प्रशासक और प्रबंधक होती हैं। हर शिक्षक के मन में यह विचार होना चाहिए कि उनके कंधों पर देश के भविष्य के चरित्र निर्माण का भार है। इसके लिए शिक्षक को अकादमिक क्षेत्र के साथ-साथ भावनात्मक क्षेत्र में भी कार्य दक्ष होने की आवश्यकता है।

विशिष्ट अतिथि इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता महाविद्यालय विकास प्रो. पंकज कुमार ने कहा कि महाविद्यालय के प्राचार्य की मेजबानी अद्भुत एवं अकल्पनीय है। कुलपति के नेतृत्व में इलाहाबाद विश्वविद्यालय सतत विकास पथ पर गतिमान है। शिक्षा मंत्रालय को नई शिक्षा नीति के कार्यान्वयन का मसौदा भेजने वाला देश का पहला विश्वविद्यालय इलाहाबाद विश्वविद्यालय है। कुलपति शिक्षकों की कम संख्या तथा शिक्षक-विद्यार्थी के गिरते अनुपात से विशेषतः चिंतित हैं। इसके समाधानार्थ कुलपति इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों की चयन प्रक्रिया हेतु तत्पर हैं।



महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आनन्द शंकर सिंह ने कहा कि कुलपति के अकादमिक एवं प्रशासनिक कौशल से युक्त व्यक्तित्व को किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। इस विश्वविद्यालय की प्रथम महिला कुलपति हैं जो विभिन्न संघर्षों एवं चुनौतियों के बाद भी विश्वविद्यालय के उत्तरोत्तर विकास हेतु सकारात्मक ऊर्जा से संकल्पबद्ध हैं। अपने वक्तव्य में उन्होंने अनन्तर स्पष्ट किया कि भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा 2018 में प्रदत्त संकाय विकास केन्द्र, महाविद्यालय की महती उपलब्धि है, जिसके द्वारा विगत वर्षों में शिक्षक-प्रशिक्षण से सम्बन्धित विविध कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किए जा चुके हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही महाविद्यालय शासी निकाय की सदस्या और ईश्वर शरण आश्रम की उपाध्यक्षा प्रो. मोना खरे ने कहा भारतीय ज्ञान परम्परा के संवाहक पं मदनमोहन मालवीय को समर्पित इस सभागार का उद्घाटन महाविद्यालय के इतिहास में एक अविस्मरणीय दिन है। उन्होंने कुलपति द्वारा विश्वविद्यालय में किये जा रहे सकारात्मक कार्यों एवं उपलब्धियों पर व्यापक प्रकाश डाला।

ज्ञातव्य है कि ईश्वर शरण महाविद्यालय इलाहाबाद विश्वविद्यालय का प्रथम संघटक महाविद्यालय है जिसने कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव का सम्मान अपने परिसर में किया। प्राचार्य आनन्द शंकर सिंह के अतिरिक्त महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. शिवहर्ष सिंह, महाविद्यालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष के.पी तिवारी और शोधार्थी प्रतिनिधि श्रद्धा द्वारा कुलपति सम्मानित हुईं। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त शिक्षकों, कर्मचारियों, शोधार्थियों सहित विश्वविद्यालय के कुलानुशासक प्रो. हर्ष कुमार, वित्त अधिकारी डॉ सुनील कांत समेत विभिन्न प्राधिकारी, संघटक महाविद्यालय के शिक्षकगण एवं प्राचार्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सम्मान पत्र वाचन डॉ. रुचि गुप्ता, संचालन डॉ शाइस्ता इरशाद तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ रश्मि जैन ने किया।