भारतीय थल सेना का हिस्सा बने गोरखा रंगरूट , ली देश रक्षा की शपथ
भारतीय थल सेना का हिस्सा बने गोरखा रंगरूट , ली देश रक्षा की शपथ
वाराणसी, 30 अप्रैल । छावनी स्थित 39 जीटीसी में 42 हफ्ते का कठिन प्रशिक्षण लेने के बाद शनिवार को 180 जवान भारतीय थल सेना का अहम हिस्सा बन गये। परेड ग्राउंड में शानदार पासिंग परेड के बाद जवानों ने देश की रक्षा के लिए जान न्योछावर करने की शपथ ली। इससे पहले नेपाली संस्कृति के अनुसार उन्हें परंपरागत हथियार खुखरी भेंट किया गया।
सैन्य प्रशिक्षण के दौरान विभिन्न क्षेत्र में सराहनीय कार्य के लिए रंगरूटों को पुरस्कार दिया गया। परेड ग्राउंड पर आयोजित परेड की सलामी ब्रिगेडियर राजीव नाग्याल ने ली। उन्होंने सलामी लेने के बाद परेड का निरीक्षण किया। परेड के बाद वार मेमोरियल पर जवानों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं शपथ ग्रहण समारोह के बाद ब्रिगेडियर ने शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। फिर स्मृति धाम में आगंतुक पुस्तिका पर हस्ताक्षर किए। बताते चलें कि 42 सप्ताह के कठिन प्रशिक्षण के पश्चात् रंगरूट जवान अब अनुशासित सैनिकों में परिवर्तित होने के साथ बुनियादी व उन्नत युद्ध प्रशिक्षण में भी निपुण हो गए हैं।
युवा सैनिक देश की सुरक्षा हेतु दुर्गम व सक्रिय क्षेत्रों में तैनात होंगे। अफसरों ने युवा सैनिकों को अव्वल दर्जे का बताया । इस दौरान रंगरूटों के परिजन,प्रशिक्षण केंद्र के अफसर, स्कूली बच्चे और एनसीसी कैडेट और अधिकारी भी उपस्थित रहे।