डेंगू पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश में हो रही डोर-टू डोर स्क्रीनिंग
डेंगू पर लगाम लगाने के लिए प्रदेश में हो रही डोर-टू डोर स्क्रीनिंग
लखनऊ, 21 नवम्बर । उत्तर प्रदेश में डेंगू के मामलों में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है। प्रदेश में डेंगू के महज अब 32 मामले ही बचे हैं। कोरोना काल की लहर में यूपी में निगरानी समितियों ने अहम भूमिका निभाई है।
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि पिछले माह इन सर्विलांस टीमों ने कोरोना काल में डोर टू डोर स्क्रीनींग कर जमीनी स्तर पर मोर्चा संभाला। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आला अधिकारियों को पिछले माह निर्देश देते हुए इन निगरानी समितियों को एक्टिव करने के निर्देश दिए थे। जिसके परिणामस्वरूप आज यूपी में कोरोना के साथ डेंगू के मामले तेजी से घट रहे हैं। राज्य सरकार जल जनित रोगों पर अंकुश लगाने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध सुनिश्चित करने के साथ ही जमीनी स्तर पर हर संभव प्रयास कर रही है। जिसके चलते प्रदेशव्यापी सर्विलांस कार्यक्रम प्रदेश में किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने रविवार को अधिकारियों को प्रदेश में विशेष सर्तकता बरतने के आदेश दिए हैं।
गौरतलब है कि पिछले माह से प्रदेश में निगरानी समितियों को एक्टिव करते हुए डोर टू डोर स्क्रीनींग का काम शुरू किया गया था। यह निगरानी समितियां नियमित रूप से कोरोना संक्रमण के साथ ने डेंगू, कॉलरा, डायरिया, मलेरिया के लिए भी डोर टू डोर स्क्रीनिंग कर रही हैं। इस वृहद प्रदेशव्यापी सर्विलांस अभियान को तेजी से चलाया जा रहा है। इसके साथ ही इस अभियान में प्रदेश में बुखार व संक्रमण के अन्य लक्षणों के मरीजों की पहचान भी प्राथमिकता के आधार पर की जा रही है। इस सर्विलांस कार्यक्रम में घर-घर जाकर बुखार से पीड़ित और कोविड के लक्षण वाले लोगों को चिन्हित किया जा रहा है।
अस्पतालों में किए गए विशेष प्रबंध
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों और सभी संबंधित विभागों को निर्देश देते हुए डेंगू और जलजनित बीमारियों के मामलों को देखते हुए चिकित्सा सुविधाओं और साफ-सफाई का ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं। अस्वस्थ लोगों के उपचार के लिए सभी अस्पतालों में विशेष प्रबंध किए गए हैं। सीएम ने सर्विलांस को बेहतर करते हुए हर एक मरीज के स्वास्थ्य की सतत निगरानी की जाने के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में बचाव के लिए व्यापक स्वच्छता, सैनिटाइज़ेशन और फॉगिंग का काम भी जारी रहेगा।