धनतेरस पर्व ने कोरोना काल में चौपट हुई अर्थव्यवस्था को दी संजीवनी,बाजार में धनवर्षा

दो दिन मना पर्व,बाजारों में खरीददारों का उमड़ा सैलाब ,दीपावली तक होगी खरीददारी

धनतेरस पर्व ने कोरोना काल में चौपट हुई अर्थव्यवस्था को दी संजीवनी,बाजार में धनवर्षा

वाराणसी,23 अक्टूबर। वैश्विक महामारी कोरोना के चलते पूरे दो साल तक चौपट हो चुकी अर्थव्यवस्था में दो दिन के धनतेरस बाजार ने संजीवनी दे दी है। शनिवार अपरान्ह से रविवार सुबह तक 15 से 20 अरब के कारोबार का अनुमान लगाया गया है। वाराणसी में स्थानीय नागरिकों के साथ पूर्वांचल के विभिन्न जिलों से आकर लोगों ने जमकर खरीददारी की। इससे कारोबार के जाम पहिए एक बार फिर दौड़ने लगे हैँ। अभी दिवाली तक बाजारों में धनवर्षा होगी। पिछले एक पखवारे से शुरू हुई बिक्री दो दिन के धनतेरस पर्व पर उफान पर रही।

कारोबारियों का कहना रहा कि ई-कॉमर्स कंपनियों के चलते बाजार पर काफी असर पड़ा। इन कम्पनियों ने भी हजार करोड़ से अधिक का कारोबार किया । इसके बावजूद बाजार में जमकर खरीदारी हुई। सबसे ज्यादा मांग ब्रांडेड चांदी के सिक्के की रही। सिक्कों के साथ ही चांदी के गणेश लक्ष्मी के अलग-अलग डिजाइनर सेट भी लोगों को भाया। अनुमान लगाया जा रहा है कि सोने और डायमंड ज्वेलरी में पिछली बार की तुलना से 30—35 फीसदी अधिक बिक्री हुई। सामान्य युवाओं के साथ सम्पन्न वर्ग ने मनपसंद आइटमों खरीदारी में जेब का ध्यान नहीं रखा। किश्तों और ब्याज मुक्त फाइनेंस योजनाओं के मुकाबले ग्राहकों की नकदी भुगतान में अधिक रूचि रहीं। चाहे सराफा बाजार हो या आटोमोबाइल्स सेक्टर, कृषि उपकरणों का व्यापार रहा हो या बर्तन बाजार की सभी जगह जमकर धन की बारिश भी हुई। मां लक्ष्मी की कृपा छोटे-बड़े सभी दुकानदारों पर हुई।

वाहन सेक्टर से जुड़े नाटीईमली के कारोबारी विजय अग्रहरि ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस साल 40 फीसदी से अधिक कारोबार हुआ है। इलेक्ट्रानिक्स बाजार में भी लोगों ने जमकर खरीदारी की। सबसे अधिक खरीदारी ओएलइडी टीवी की हुई। इसके अलावा लोगों ने वासिंग मशीन, फ्रीज, माइक्रो वेव ओवन, गीजर, टोस्टर, मिक्सर ग्राइंडर की खूब खरीदारी की।

वहीं ,मोबाइल बाजार में एमआइ और ब्रांडेड कंपनी के मोबाइल फोन की जमकर खरीदारी हुई। दुकानदारों ने ग्राहकों को रिझाने के लिए उपहार बांटा। तो कंपनियों ने उपहारों के साथ-साथ कैशबैक भी दिया। दुकानदारों ने बेहतर बिक्री का अनुमान लगाकर अपने प्रतिष्ठान एवं गोदाम में भरपूर स्टॉक जमा कर लिया था। नगर के मंडियों और थोक बाजार में पूर्वांचल व बिहार के समीपवर्ती जिलों के फुटकर कारोबारी आये और जमकर खरीदारी की।

बर्तनों की दुकानों पर पीतल, तांबा के मुकाबले स्टेनलेस स्टील के आइटमों की मांग अधिक निकली। घर की सुंदरता निखारने के लिए होम फर्नीशिंग, फर्नीचर, आर्टिफिशियल मालाएं, झालर-झूमर की बिक्री भी जमकर हुई। मिठाई, गिफ्ट आइटमों और ड्राई फूट्स बाजार में भी ग्राहकों का सैलाब दिखा। धनतेरस पर मिट्टी की लक्ष्मी-गणेश, दिया, मोमबत्ती, चीनी की मिठाई,भड़ेहर की खरीदारी हुई। खूशबूदार मोमबत्ती, दिया व रंगोली की भी काफी मांग थी। घर में सजाने के लिए आर्टिफिशीयल रंगोली की लोगों ने खरीदारी की। धनतेरस पर मान्यता और परम्परा का निर्वाह करते हुए लोगों ने विविध प्रकार के झाड़ू की जमकर खरीदारी की। इसका फायदा उठाते हुए दुकानदारों ने मुंहमांगें दाम वसूले। अनुमान है कि झाड़ू के थोक व फुटकर बाजार में करीब पांच करोड़ रुपये की बिक्री हुई होगी।

पर्व पर विभिन्न सेक्टर में अनुमानित कारोबार



आटोमोबाइल सेक्टर 300—350 करोड़



रियल एस्टेट 300-350 करोड़



सराफा 350-400 करोड़



इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद 100-125 करोड़



आॅनलाइन कारोबार 1000 करोड़ से अधिक



मिठाई 150 करोड़ से अधिक



बर्तन 55-60 करोड़



पूजन सामग्री 04 से 05 करोड़



मिट्टी के दीये, देवी-देवताओं की मूर्ति 2.50-3.00 करोड़



गिफ्ट आइटम 50-60 करोड़



चाकलेट 80 से 125 करोड़ के मध्य



झालर, एलईडी स्ट्रिप्स 7.50-8.00 करोड़



कटपीस/तैयार परिधान/ 5.50-6.00 करोड़



ड्राई फ्रूट्स 20— 25 करोड़



आर्टिफिशियल ज्वैलरी 2.50-3.00 करोड़



फर्नीचर उत्पाद 15-20 करोड़



साइकिल/रिक्सा/ट्राली 2.50-3.00 करोड़



कृषि उत्पाद 8.50-9.50 करोड़



पेंट का कारोबार 100 करोड़ से अधिक



बताते चले, कारोबार के ये अनुमानित आंकड़े थोक एवं फुटकर बाजार के विशेषज्ञों के है। उनका कहना था कि आंकड़े एक पखवारे पूर्व से शुरू हुई खरीदारी और एडवांस बुकिंग के आधार पर है। बाजार में दुकानों पर उमड़ती भीड़ से इसका अंदाजा लगाया गया है। पॉच दिवसीय दीप ज्योति पर्व के पूर्व शुक्रवार तक बैंक, एटीएम व अन्य माध्यमों से हजारों करोड़ रुपये की निकासी हुई है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि बाजार में इससे अधिक खरीद हो सकती है। उधर,धनतेरस पर्व पर नई बाइक और कार लेने वाले लोग रविवार को परिवारों के साथ मंदिरों में दर्शन पूजन के लिए पहुंचते रहे।