उपमुख्यमंत्री ने अयोध्या से चित्रकूट तक बनने वाले राम वनगमन मार्ग के कार्यों की समीक्षा की
राम से जुड़े धार्मिक स्थलों को राजमार्ग के साथ जोड़ने से पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा : उपमुख्यमंत्री
प्रयागराज, 12 अगस्त । प्रयागराज आए उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने गुरूवार को सर्किट हाउस में अयोध्या से चित्रकूट तक (260 किमी) बनने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग (राम वनगमन मार्ग) के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने सभी सम्बंधित जिलों से आये अधिकारियों व कार्यदायी संस्था के अधिकारियों से कहा कि यह सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट है। रामलला मंदिर के निर्माण के साथ-साथ राम वनगमन मार्ग का भी निर्माण कार्य होते रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण में आने वाली अड़चनों को सम्बंधित जनपदों के जिलाधिकारियों से मिलकर इस समस्या का समाधान तत्काल करा लें, साथ ही इस कार्य की प्रगति से निरंतर अवगत कराने के लिए भी कहा। कहाकि भूमि अधिग्रहण के कार्यों में वन विभाग की अनापत्ति प्राप्त कर कार्य को आगे बढ़ाया जाये। उन्होंने कहा कि यह कार्य भगवान श्रीराम से जुड़ा हुआ है, इसलिए अपना सर्वश्रेष्ठ देते हुए इस कार्य को शीघ्रता के साथ पूरा करें।
इसके उपरांत उपमुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि राम वनगमन मार्ग अयोध्या से चित्रकूट तक ऐसे स्थल जहां पर मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम द्वारा वनवास के दौरान विश्राम किया गया हो अथवा जिन स्थलों का महत्व राम वनगमन की दृष्टि से हो, उनको उक्त दोनों राष्ट्रीय राजमार्गो से जोड़ने की कार्ययोजना है, जिसमें से 44 स्थलों का चयन कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि राम वन गमन मार्ग की अयोध्या से चित्रकूट की कुल लम्बाई 260 किमी है। मोहनगंज से जेठवारा-श्रृंगवेरपुर-मूरतगंज-महेवाघाट-राजापुर से चित्रकूट तक की लम्बाई 132 किमी को रा.मार्ग संख्या-731ए के विकास एवं निर्माण हेतु 4 पैकजों में बांटा गया है। जिसमें प्रथम पैकेज में मोहनगंज से औतारपुर की लम्बाई 35 किमी है। दूसरे पैकेज में औतारपुर से मूरतगंज की लम्बाई 29.682 किमी, जिसमें श्रृंगवेरपुर धाम पर गंगा नदी पर 6 लेन 1200 मी लम्बा पुल का प्रस्ताव पारित है। पैकेज तृतीय में मूरतगंज से महेवाघाट की कुल लम्बाई 48.068 है, इसे चार लेन चौड़ा किया जाना है। पैकेज चतुर्थ में राजापुर से रायपुरा कुल लम्बाई 19.25 किमी है। इस प्रकार मोहनगंज से प्रारम्भ होकर चित्रकूट के निकट रायपुरा तक चारों पैकेजेज की कुल लम्बाई 132 किमी है, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 3300 करोड़ होगी।
यह राम वनगमन मार्ग बन जाने के उपरांत और तीव्र गति से विकास के कार्य होंगे, पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे रोजगार के भी अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि विकास का रास्ता सड़कों से होकर ही जाता है। इसलिए हमारा प्रयास होगा कि यह मार्ग जल्द से जल्द तैयार होकर सब की सेवा में समर्पित हो। इस राम वनगमन मार्ग के तैयार हो जाने के बाद प्रयागराज एवं चित्रकूट का भी विकास होगा।
इस अवसर पर महानगर अध्यक्ष गणेश केशरवानी, विधायक चायल संजय गुप्ता, विधायक फूलपुर प्रवीण पटेल, विधायक शहर उत्तरी हर्षवर्धन वाजपेयी, जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री सहित सम्बंधित अधिकारी मौजूद रहे।