कई वर्षों से एक जगह जमे लिपिक, लाइब्रेरियन व चपरासी के तबादले की मांग
कई वर्षों से एक जगह जमे लिपिक, लाइब्रेरियन व चपरासी के तबादले की मांग
प्रयागराज, 20 जुलाई । प्रयागराज में शिक्षा विभाग एवं इससे सम्बंधित संस्थानों में विभागीय सांठ-गांठ का अनोखा खेल कई वर्षों से चल रहा है। शासन की अच्छी मंशा को दरकिनार करते हुए धड़ल्ले से इसकी अवहेलना की जा रही है। पांच दर्जन से अधिक लिपिक, लाइब्रेरियन और चपरासी एक ही सीट पर जमे हैं। वरिष्ठ शिक्षक नेता डॉ. हरिप्रकाश यादव ने महानिदेशक बेसिक एवं माध्यमिक शिक्षा से कई वर्ष से जमे कर्मचारियों के तबादले की मांग की है।
प्रदेश के सरकारी विभागों में स्थानांतरण की अंतिम तिथि 30 जून थी। शिक्षा विभाग के कई अधिकारियों, शिक्षकों के तबादले हुए जो पूरे प्रदेश में इधर से उधर पहुंच गए। लिपिक, लाइब्रेरियन और चतुर्थ श्रेणी के पद पर नियुक्त वह कर्मचारियों का तबादला नहीं हुआ। बहुत से कर्मचारी घर से सैकड़ों किलोमीटर दूर नियुक्त हैं। नियमानुसार एक ही पटल पर अपने नियुक्ति की निर्धारित समय सीमा पूर्ण कर चुके हैं। बरसों से अपने ट्रांसफर का इंतजार कर रहे थे। उन्हें इस वर्ष भी हमेशा की भांति कुछ नहीं मिला। इन तीनों संवर्गों में जनपद के शिक्षा विभाग कार्यालय के पदों पर अधिकारियों के वरदहस्त प्राप्त है, ऐसे में उनका विभाग में दबदबा बना हुआ है।
एक कुर्सी पर वर्षों से जमे कर्मचारी
प्रदीप कुमार सीटीई प्रयागराज में लगभग 15 वर्ष, श्री शर्मा सीटी नर्सरी प्रयागराज लगभग 13 वर्ष से तैनात हैं। लिपिक संवर्ग में अनिल पांडेय करीब 10 वर्ष से, ब्रह्मानंद गौतम परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय में 10 वर्ष से, शरद कुमार पत्राचार शिक्षण संस्थान प्रयागराज 10 वर्ष से अधिक समय से हैं। लाइब्रेरियन में राजेश कुमार गुप्ता लगभग 13 वर्ष, सीटीई प्रयागराज, रमाशंकर भारतीय राजकीय इंटर कॉलेज लगभग 10 वर्ष और हरिश्चंद्र शर्मा यूपी बोर्ड मुख्यालय में 10 वर्ष से जमे हैं। यूपी बोर्ड, निदेशालय, जेडी ऑफिस, बीएसए ऑफिस, मनोविज्ञानशाला, पत्राचार शिक्षण संस्थान, सीपीआई, आईएएसई, सीमैट, राज्य शिक्षा संस्थान, शारीरिक शिक्षा महिला महाविद्यालय, राज्य केंद्रीय पुस्तकालय सेंट्रल लाइब्रेरी प्रयागराज और डायट प्रयागराज में अनेक ऐसे लिपिक, लाइब्रेरियन और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हैं जो लगभग 10-15 वर्षों से एक ही सीट पर जमे हुए हैं।
उप्र. माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) के संरक्षक डॉ. हरिप्रकाश यादव की मांग है कि शासन द्वारा प्रयागराज सहित अन्य जनपदों, शिक्षा निदेशालय और बोर्ड मुख्यालय में कई वर्ष से जमे कर्मचारियों, लिपिक और लाइब्रेरियन की सूची तैयार करके शीघ्र इनका तबादला किया जाए।