स्वच्छ महाकुम्भ, स्वच्छ प्रयागराज की परिकल्पना एवं प्लास्टिक मुक्त कार्यशाला का शुभारम्भ

उप मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वच्छता ग्रहियों को किया सम्मानित

स्वच्छ महाकुम्भ, स्वच्छ प्रयागराज की परिकल्पना एवं प्लास्टिक मुक्त कार्यशाला का शुभारम्भ

प्रयागराज, 10 जनवरी। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को मेडिकल कालेज के मेहता प्रेक्षागृह में स्वच्छ महाकुम्भ, स्वच्छ प्रयागराज की परिकल्पना एवं प्लास्टिक मुक्त प्रयागराज कार्यशाला में स्वच्छता के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वच्छता ग्रहियों को अंगवस्त्र, स्मृति चिन्ह व प्रमाणपत्र भेंट कर सम्मानित किया एवं उपस्थित लोगो को स्वच्छता की शपथ दिलायी। उन्होंने कहा कि प्रयागराज को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने में सभी की सहभागिता एवं सहयोग आवश्यक है।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज मेला प्राधिकरण व नगर निगम के संयुक्त प्रयास से प्लास्टिक मुक्त प्रयागराज का जो संकल्प लिया गया है यह साहसिक निर्णय है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि यह कार्य केवल नगर निगम, मेला प्राधिकरण, सफाई कर्मियों द्वारा ही सम्भव नहीं है, इसे हम सभी लोगो को प्लास्टिक मुक्त बनाने की दिशा में आगे ले जाने की शपथ लेना है और उसे करके दिखाना है तथा प्रयागराज को स्वच्छ एवं सुंदर बनाना है।



उन्होंने कहा कि 2019 का कुम्भ ऐतिहासिक, सफल, भव्य, दिव्य एवं सुरक्षित, स्वच्छ तथा सुगम था। कुम्भ मेले में 24 करोड़ से अधिक लोग आयें थे। प्रधानमंत्री कुम्भ में स्वच्छता से प्रभावित होकर सफाई कर्मियों के पॉव पखारे व उनको सम्मानित किए थे। प्रधानमंत्री ने देशवासियों को यह संदेश दिया था कि अगर हम स्वच्छ रहेंगे, तो स्वस्थ रहेंगे। स्वच्छता से कई बीमारियों को दूर रखा जा सकता है।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा 14 से 22 जनवरी तक स्वच्छता का अभियान चलाये जाने के साथ-साथ मंदिरों और तीर्थस्थलों पर स्वच्छता का विशेष अभियान चलाये जाने के लिए कहा है। हमारा प्रयागराज तीर्थराज है, इसलिए इसे अवश्य स्वच्छ होना चाहिए। कहा कि 2019 के कुम्भ मेले में लगभग 24 करोड़ लोग आये थे और मेरा यह अनुमान है कि 2025 के महाकुम्भ मेले में लगभग 48 करोड़ लोगो के आने की सम्भावना है।

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रधानमंत्री की पहली प्राथमिकता गरीब, महिला सशक्तीकरण व युवाओं का उज्ज्वल भविष्य रहता है। हमारा देश तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। सभी लोगो का अपना घर, हर घर नल से पीने का पानी, गैस कनेक्शन, विद्युत कनेक्शन, आयुष्मान कार्ड, अच्छी सड़के देने का कार्य सरकार कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज विकास के मामले में देश में ही नहीं पूरे विश्व में नम्बर 1 बनने का सामर्थ्य रखता है, इसके लिए हमें स्वयं कुछ कष्ट उठाना होगा तथा अपनी सोच को बदलना होगा। उन्होंने 500 वर्षों के पश्चात 22 जनवरी को रामलला अपने जन्म स्थान पर विराजमान होंगे, उस दिन पूरे प्रयागराज में हर घर दीप जलाकर दीपावली मनाये जाने को कहा।





महापौर गणेश केसरवानी ने कहा कि आज प्रयागराज का प्रत्येक व्यक्ति गर्व की अनुभूति कर रहा है। क्योंकि पिछले कई महीनों से प्रयागराज को स्वच्छ बनाने का जो अथक प्रयास किया जा रहा है, उसका प्रतिफल प्रयागराज की जनता को राष्ट्रपति से प्राप्त होने जा रहा है। स्वच्छता सर्वेक्षण में देश में जो 11 शहर चयनित हुए है, उसमें प्रयागराज को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज कुम्भ में पूरी दुनिया भर से लोग यहां आयेंगे और प्लास्टिक मुक्त महाकुम्भ का संदेश लेकर अपने देश वापस जायेंगे। उसी भूमिका को निभाने के लिए आज यह अभियान प्रारम्भ किया जा रहा है।



सांसद केशरी देवी पटेल ने कहा कि स्वच्छ महाकुम्भ, स्वच्छ प्रयागराज की परिकल्पना एवं प्रयागराज को प्लास्टिक मुक्त का कार्य केवल सफाई कर्मियों व सरकारी विभागों के ही प्रयास से सम्भव नहीं है, इसके लिए प्रयागवासियों को अपनी जिम्मेदारी व हिस्सेदारी निभानी होगी। नगर आयुक्त चन्द्र मोहन गर्ग ने शहर में चलाये जा रहे स्वच्छता सम्बंधी कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में वीडियो क्लिप के माध्यम से महाकुम्भ मेला 2025 से सम्बंधित की जा रही तैयारियों को भी प्रदर्शित किया गया।

इस अवसर पर विधायक हर्षवर्धन वाजपेयी, गुरू प्रसाद मौर्या, डॉ वाचस्पति, प्रवीण पटेल, विधान परिषद सदस्य निर्मला पासवान, महानगर अध्यक्ष राजेन्द्र मिश्रा, कुम्भ मेलाधिकारी विजय किरण आनन्द, प्रभारी माघ मेला दयानन्द प्रसाद सहित अन्य अधिकारीगणों के अलावा काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे।