आतंक का पर्याय रहे अतीक के गुर्गों से शहरवासी परेशान, जांच में जुटी ईडी
आतंक का पर्याय रहे अतीक के गुर्गों से शहरवासी परेशान, जांच में जुटी ईडी
प्रयागराज, 01 जून । ईडी ने कुख्यात माफिया रहे अतीक अहमद के कई रिश्तेदार और सहयोगियों से प्रापर्टी का हिसाब मांगने की तैयारी की है। उनके आय के स्रोत, बैंक खाते में जमा रकम और विभिन्न कम्पनियों के जरिए किए गए ट्रांजेक्शन को भी खंगाला जा रहा है। अब तक की छानबीन में कई ऐसे नाम सामने आए हैं, जिनके अभिलेखीय साक्ष्य संकलित किये जा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक ईडी ने बीते माह में अतीक से जुड़े लगभग दस लोगों के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर नकदी और प्रापर्टी से जुड़े सेलडीड, फर्जी कम्पनी से जुड़े अभिलेख जब्त किए थे। उनकी जांच की गई तो कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। पता चला है कि माफिया के बल पर तमाम लोगों ने रियल स्टेट का कारोबार बड़े पैमाने पर फैलाया है।
सूत्रों का यह भी कहना है कि जांच एजेंसी जिनकी जमीन पर अतीक या उसके लोगों ने कब्जा किया था। उनसे भी पूछताछ की तैयारी की जा रही है। लेकिन रिश्तेदारों के अलावा अभी कई ऐसे लोग हैं, जिन्होंने अतीक के नाम पर लोगों को परेशान कर रखा है और भुक्तभोगी थाना एवं तहसील के चक्कर लगाकर परेशान हैं और उन्हें उचित न्याय नहीं मिल पा रहा है।
पुलिस और अधिकारीगण इनको बचाने में जुटे हैं, क्योंकि कहीं न कहीं इनकी भी गर्दन फंस रही है। उदाहरण के तौर पर नेवादा, राजापुर में एक अधिवक्ता की जमीन पर पन्नालाल विश्वकर्मा ने लगभग 34-34 वर्ष पुरानी डेट की फर्जी रजिस्ट्री करवा रखी है। जिसका मुख्य साजिशकर्ता कुख्यात अपराधी का खास गुर्गा बेली निवासी अनिल यादव ऊर्फ खूंटी पहलवान गैंग है। इसी प्रकार नींवा गांव में ग्रामवासियों ने अतीक के गुर्गों पर अवैध कब्जे का आरोप लगाया है और सभी ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी से शिकायत की है।