मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे भी अब पहनेंगे पैंट शर्ट

मजहबी तालीम तक ही सीमित हैं मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे

मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे भी अब पहनेंगे पैंट शर्ट

लखनऊ, 02 जून । सरकारी अनुदान लेने वाले मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को भी अब शासन द्वारा निर्धारित ड्रेस (पैंट शर्ट) पहनना होगा। उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग के सदस्यों द्वारा बहराइच जिले के मदरसों में निरीक्षण किया गया। बाल आयोग के सदस्यों को मदरसों में निरीक्षण के दौरान तमाम अव्यवस्थाएं मिलीं।

मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को न तो गुणवत्तापरक शिक्षा मिल पा रही है और न ही उन्हें मिड डे मील मिल पा रहा है। वहीं गंदगी का अंबार अलग से। मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे केवल मजहबी तालीम तक ही सीमित हैं। बाल अयोग के सदस्यों के निरीक्षण में जानकारी मिली कि मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे आधुनिक शिक्षा से पूर्णतया अनभिज्ञ हैं। बच्चों को हिन्दी,अंग्रेजी,गणित और विज्ञान की शिक्षा से भी वंचित रखा जा रहा है। बच्चों को केवल उर्दू और फारसी भाषा में शिक्षा दी जा रही है। वहीं मदरसों में पढ़ाने वाले अधिकांश मौलवी भी हाईस्कूल ही पास नहीं हैं।



वहीं कई मदरसों में संसाधनों का भी अभाव है। कई मदरसों में मस्जिद तो है लेकिन बच्चों के बैठन के लिए न तो कुर्सी मेज तक नहीं है।



उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने हिन्दुस्थान समाचार से कहा कि मदरसों को ड्रेस के नाम पर शासन से धनराशि मिलती है। इससे ड्रेस खरीदा जाना चाहिए।

मदरसों में निरीक्षण के बाद उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी और अनीता अग्रवाल ने कलेक्ट्रेट सभागार में जिले के प्रमुख अधिकारियों के साथ बैठक की।



बाल संरक्षण आयोग की सदस्य अनीता अग्रवाल ने शिक्षा विभाग से दिव्यांग बच्चों की सूची तथा अध्यापकों के रिक्त पदों की सूची उपलब्ध कराने को कहा है। साथ ही प्ले ग्रुप का भी समय—समय पर निरीक्षण के निर्देश दिये। वहीं अस्पतालों में साफ—सफाई रखने का निर्देश दिया गया। पुलिस विभाग को बाल श्रम और भिक्षावृत्ति रोकने का निर्देश दिया गया।



बाल आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने एक युद्ध नशे के विरूद्ध के तहत नशे ड्रग्स का भ्रमजाल स्कूली बच्चे,युवा बेहाल और बच्चों को नशे से बचाव के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने स्कूल कालेजों के पास से नशीले पदार्थ बिक्री की दुकानों को हटाने का निर्देश दिया।



बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी,जिला विद्यालय निरीक्षक,बीएसए,जिला पंचायत अधिकारी,समाज कल्याण अधिकारी,जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी समेत कई अधिकारी उपस्थित रहे।