महाकुंभ से पहले प्रयागराज के प्राचीन मंदिरों का होगा सौन्दर्यीकरण

महाकुंभ से पहले प्रयागराज के प्राचीन मंदिरों का होगा सौन्दर्यीकरण

महाकुंभ से पहले प्रयागराज के प्राचीन मंदिरों का होगा सौन्दर्यीकरण

लखनऊ, 09 जुलाई । उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि प्रयागराज में महाकुंभ-2025 के आयोजन के लिए युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है। प्रयागराज के प्राचीन एवं पौराणिक महत्व के मंदिरों का सौन्दर्यीकरण का कार्य महाकुंभ से पूर्व पूरा कर लिया जायेगा।


पर्यटन मंत्री ने बताया कि पर्यटन विभाग की ओर से मंदिरों के विकास, सौंदर्यीकरण, यात्री सुविधाओं के साथ-साथ इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी परियोजनाओं को तेजी से पूरा किया जा रहा है। महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने आने वाले पर्यटक स्थानीय मंदिरों में भी पूजा-अर्चना करने जाते हैं। राज्य सरकार ने संगमनगरी में पर्यटन स्थलों के विस्तारीकरण, सौंदर्यीकरण सहित अन्य विकास कार्यों के लिए बड़े पैमाने पर धनराशि स्वीकृत की है। देश-विदेश से इस मेले में आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए बुनियादी सुविधायें सृजित की जा रही हैं।


उन्होंने यह भी बताया कि महाकुंभ से पहले सभी अवस्थापना सुविधाओं का कार्य पूरा कर लिया जायेगा। आने वाले श्रद्धालुओं को ठहरने, दर्शन, स्नान आदि के लिए उच्चस्तरीय व्यवस्था की जा रही है। जिससे श्रद्धालु एक शानदार एवं यादगार अनुभव लेकर जायें और दूसरों से भी उ0प्र0 की अवस्थापना सुविधाओं के बारे में चर्चा करें।


पर्यटन मंत्री ने बताया कि कुंभ मेले को दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक मेले का गौरव प्राप्त है। मेले की शुरुआत से पहले प्रयागराज के सभी पौराणिक महत्व वाले मंदिरों को सजाया-संवारा जा रहा है।


जयवीर सिंह ने बताया कि भारद्वाज आश्रम का पर्यटन विकास एवं सौंदर्यीकरण लगभग 13.36 करोड़ रुपये से कराया जा रहा है। इसी तरह दुर्वासा आश्रम, ककरा दुबावल में अवस्थापना सुविधाओं के सृजन एवं पर्यटन विकास संबंधी कार्य पर करीब 1.11 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इसी प्रकार कल्याणी देवी मंदिर का पर्यटन विकास कार्य प्रगति पर है। करीब 97.73 लाख रुपये की धनराशि से गेट निर्माण, यात्री शेड, बाउंड्रीवाल, म्यूरल्स, पीने के पानी की व्यवस्था, स्टोन फ्लोरिंग, डस्टबिन, स्टोन कर्वड और बेंचेज आदि लगाए जा रहे हैं। कोटेश्वर महादेव मंदिर पर आरती स्थल के निर्माण और सौंदर्यीकरण के कार्य पर 2.19 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की जा रही है।


शक्तिपीठ अलोपी देवी मंदिर की फसाड लाइटिंग तथा सौंदर्यीकरण पर तकरीबन 1.67 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की जा रही है। संगम पर स्थित शंकर विमान मंडपम मंदिर की फसाड लाइटिंग और सौंदर्यीकरण करीब 3.56 करोड़ रुपये की लागत से कराया जा रहा है। सिविल लाइंस स्थित हनुमान जी मंदिर पर फसाड लाइटिंग एवं सौंदर्यीकरण कार्य 1.01 करोड़ रुपये धनराशि से कराया जा रहा है।