कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर पर कार्य कर रहा उप्र : मुख्यमंत्री योगी

कोरोना की सम्भावित तीसरी लहर पर कार्य कर रहा उप्र : मुख्यमंत्री योगी
बलिया, 18 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बलिया में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन और भारत सरकार के सहयोग से कोरोना की दूसरी लहर को नियंत्रित करने के बाद अब हम सम्भावित तीसरी लहर पर कार्य कर रहे हैं। प्रदेश में 21 जून से प्रतिदिन छह लाख वैक्सीन लगायी जाएगी।
 
बलिया में कोविड नियंत्रण और विकास कार्यों की समीक्षा करने आए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों संग मैराथन बैठक के बाद मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि प्रदेश के बारे में दुनिया के विशेषज्ञों को तमाम प्रकार की आशंकाएं थीं कि यहां कोरोना अनियंत्रित हो जाएगा। अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो जाएगी। प्रदेश में कोरोना पूरी तरह नियंत्रण में है। सरकार, प्रशासन, जनप्रतिनिधियों, कोरोना वारियर्स, हेल्थ वर्कर व स्वयंसेवी संगठनों ने मिलकर जो परिणाम दिया है वह हम सबके सामने है। आज प्रदेश में पॉजिटिव केस तीन सौ से कम आये हैं। अभी हम प्रतिदिन तीन लाख के आसपास टेस्टिंग कर रहे हैं। जिस प्रदेश के बारे में आशंका व्यक्त की जा रही थी कि मई के अंत तक तीस से पचास लाख से अधिक केस प्रतिदिन आएंगे, आज यह संख्या मात्र छह हजार तीन सौ तक सीमित है।
 
मुख्यमंत्री ने कहा कि सैकेंड वेव में निगरानी समितियों ने यहां बेहतर काम किया। डोर टू डोर सर्वे किया। प्रत्येक लक्षण वाले व्यक्ति तक पहुंचीं। अगले 24 घंटे के अंदर आरआरटी टीम द्वारा सभी का टेस्ट चलता रहा। प्रधानमंत्री मोदी का मार्गदर्शन और भारत सरकार के सहयोग से अब हम सम्भावित तीसरी लहर पर कार्य कर रहे हैं। खासकर तीसरी लहर के बारे में जो आशंका जताई जा रही है, उससे सशंकित या भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है। तीसरी लहर से बचने के लिए सतर्कता और सावधानी अत्यंत आवश्यक है। प्रदेश सरकार अभी से इस दिशा में कार्य कर रही है। 
 
उन्होंने कहा कि जिस समय तीसरी लहर के आने की आशंका जतायी जा रही है। वह अनेकों विषाणुजनित बीमारियों के होने का समय है। मलेरिया, चिकनगुनिया, इंसेफेलाइटिस और काला जार जैसी बीमारियां आती हैं। इन पर नियंत्रण के लिए सतर्कता बरती जा रही है। चाहे शुद्ध पेयजल की आपूर्ति हो या फॉगिंग अथवा सेनेटाइजेशन कराया जा रहा है। प्रदेश भर में अभिभावक बूथों के माध्यम से हर जिले में 12 साल से कम आयु के बच्चों के माता-पिता का वैक्सिनेशन प्राथमिकता के आधार पर कराया जा रहा है। 
 
युद्ध स्तर पर प्रदेश भर में जिला अस्पतालों में पीडियाट्रिक आईसीयू बनाए जा रहे हैं। मेडिकल कॉलेजों में सौ बेड के आईसीयू बन रहे हैं। जिला अस्पतालों में पीकू वार्ड के साथ ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी मिनी पीकू वार्ड स्थापित किये जा रहे हैं। बच्चों के खतरों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी ने ऐलान किया कि 26 जून के बाद व्यापक पैमाने पर निगरानी समितियों के माध्यम से प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र में अभियान चलाया जाएगा। निगरानी समितियों को चार प्रकार के पैकेट भेजे जा रहे हैं। शून्य से एक वर्ष, एक से पांच वर्ष, पांच से बारह वर्ष और बारह से अठारह वर्ष के बच्चों की श्रेणियां बनाई गई हैं। डोर टू डोर सर्वे कर जहां भी लक्षण दिखाई देगा, किट वितरित किया जाएगा। आरआरटी के माध्यम से टेस्ट होगा। 
 
मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में वैक्सिनेशन सफलता पूर्वक चल रहा है। 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को दो करोड़ 46 लाख लोगों को वैक्सीन उपलब्ध कराया जा चुका है। अठारह वर्ष से अधिक आयु के 53 लाख लोगों ने वैक्सीन लिया है। प्रदेश में वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। बलिया में भी दो लाख 64 हजार से अधिक लोगों ने वैक्सीन लिया है। वैक्सीन की प्रक्रिया को तेज किया जा रहा है। अभी चार लाख डोज प्रतिदिन लगाया जा रहा है। 21 जून से प्रतिदिन छह लाख डोज प्रतिदिन लगाए जाएंगे। यही नहींं जुलाई के प्रथम सप्ताह से प्रतिदिन दस से बारह लाख डोज लगाए जाएंगे। कहा कि कोरोना के सैकेंड वेव में ऑक्सीजन की आपूर्ति की समस्या आयी थी। कहा कि प्रदेश में सौ ऑक्सीजन प्लांट लग चुके हैं। 431 ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने हैं। सौ ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो भी गए हैं।
 
दूसरी लहर में बलिया की चिंता रहती थी 
 
बलिया से अपने लगाव को प्रदर्शित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह प्रदेश के कोने का जनपद है। तीन ओर से यह बिहार की सीमा से घिरा हुआ है। सेकेंड वेव में हमें इसकी चिंता रहती थी कि बलिया की क्या स्थिति होगी। लेकिन यहां के जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और जनप्रतिनिधियों ने मिलकर जो काम किया, वह काबिले तारीफ है। एक समय जहां बलिया में पॉजिटिविटी रेट तीस प्रतिशत तक पहुंच गई थी। वहीं, आज यह .01 प्रतिशत रह गया है। आज एक भी केस यहां पर नहीं है।
 
बलिया में छह और ऑक्सीजन प्लांट लगेंगे

 
मुख्यमंत्री योगी ने बलिया के अधिकारियों की पीठ थपथपाते हुए कहा कि यहां वैक्सीन का वेस्टेज न्यूनतम है। भारत सरकार, राज्य सरकार और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से जिला अस्पताल में एक ऑक्सीजन प्लांट लगा है। छह नए प्लांट प्रस्तावित हैं। कहा कि बलिया में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का प्रयास होगा। जनप्रतिनिधियों के प्रस्ताव पर कार्य किए जाएंगे। 
 
गेहूं क्रय को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रम फैलाया जा रहा है। प्रदेश में अभी तक 54 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद हुई है। बलिया में भी पिछले साल के 48 हजार मीट्रिक टन के मुकाबले 85 हजार मीट्रिक टन गेहूं की खरीद हो चुकी है।
जिला प्रशासन से कहा गया है कि 22 जून तक क्रय किया जाएगा। इसके लिए मंडी और अन्य ऐसे स्थल सेंटर बनाए जा रहे हैं, जहां बरसात में अनाज का नुकसान न हो। हर किसान को राहत मिल सके।