वाराणसी में आंगनबाड़ी केन्द्र भी अब शीघ्र ही बदले कलेवर में दिखेंगे

120 आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र बनाने की मुहिम,प्रमाणपत्र भी दिया जायेगा

वाराणसी में आंगनबाड़ी केन्द्र भी अब शीघ्र ही बदले कलेवर में दिखेंगे

वाराणसी,22 जून । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आंगनबाड़ी केन्द्र भी अब शीघ्र ही बदले कलेवर में दिखेंगे। जिले के हर ब्लाक में आंगनबाड़ी केंद्रों को ‘आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र’ बनाने की योजना तैयार हो गई है। जिले में कुल 120 आंगनबाड़ी केन्द्रों को आदर्श केन्द्र बनाने की मुहिम शुरू हो गई है। योजना को मूर्त रूप देने के लिए कमिश्नर, डीएम, सीडीओ, सीएमओ सहित अन्य अधिकारियों ने तीन-तीन आंगनबाड़ी केंद्र को गोद ले लिया है। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के तहत संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों में गोद लेने वाले अधिकारियों की मदद से कुर्सियां, मेज, खिलौने, वजन मशीन आदि की व्यवस्था की जाएगी।

बुधवार को जिला कार्यक्रम अधिकारी डीके सिंह ने बताया कि जनपद में 3914 आंगनबाड़ी केन्द्र हैं । इसके तहत पहले चरण में जिले के 120 आंगनबाड़ी केंद्रों को गोद लेकर वहाँ पंजीकृत बच्चों को कुपोषण मुक्त करने के साथ केंद्रों को आधुनिक बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि ‘आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र’ योजना का मुख्य उद्देश्य बच्चों को कुपोषण मुक्त करना, साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों में पंजीकृत तीन से छह वर्ष के बच्चों के लिए अर्ली चाइल्ड केयर एजुकेशन (ईसीसीई) स्तर में सुधार लाना एवं आधारभूत सुविधाओं का सुदृढ़ीकरण करना है।

उन्होंने बताया कि पहले चरण में प्रत्येक अधिकारी ने तीन-तीन आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लिया गया है। इस क्रम में मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने हरहुआ ब्लॉक के तीन आंगनबाड़ी केन्द्रों क्रमशः पुआरीखुर्द – 1, 2 व 3 को गोद लिया है। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने काशी विद्यापीठ ब्लॉक के तीन आंगनबाड़ी केन्द्रों क्रमशः अमरा खैरा – 1, 3 व 5 को गोद लिया है। मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक गोयल ने काशी विद्यापीठ ब्लॉक के ही तीन आंगनबाड़ी केन्द्रों क्रमशः नरोत्तमपुर – 1, 2 व 3 और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने अराजीलाइन ब्लॉक के गौर – 1, 2 व 7 तथा उन्होने स्वयं अराजीलाइन ब्लॉक के ही चंदापुर – 2, 4 व 6 को गोद लिया है।

छह माह में करना है विकसित

डीपीओ डीके सिंह ने बताया कि गोद लिए गए आंगनबाड़ी केन्द्रों को छह माह की समयावधि (31 मार्च 2023) तक विकसित किए जाने के लिए शासन की ओर से दिशा – निर्देश दिये गए हैं। अधिकारी गोद लिए गए केन्द्रों का निरीक्षण हर माह विभिन्न बिन्दुओं पर करेंगे। इन केन्द्रों पर अधिकारियों की ओर से आधारभूत सुविधाएं जैसे स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था, बाल मैत्री शौचालय की उपलब्धता, आंगनबाड़ी केन्द्रों पर विद्युतीकरण, पोषण वाटिका, रंगाई-पुताई, भवन की भौतिक स्थिति, ग्रोथ मॉनिटरिंग डिवाइस की उपलब्धता, स्मार्ट फोन की उपलब्धता, बच्चों के बैठने के कुर्सी-मेज, खिलौने व अन्य सामाग्री उपलब्ध कराई जाएंगी। डीपीओ के अनुसार गोद लिए गए केन्द्रों को तय अवधि में उक्त मानकों की पूर्ति होने पर जिला पोषण समिति ‘आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र’ घोषित कर प्रमाण पत्र देगी।