यूपी में एक दिन में मिले 682 कोरोना संक्रमित, मुख्यमंत्री ने दिए सतर्कता के निर्देश

सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क के लिए आमजन को जागरूक किया जाए: योगी

यूपी में एक दिन में मिले 682 कोरोना संक्रमित, मुख्यमंत्री ने दिए सतर्कता के निर्देश

लखनऊ, 22 जून । उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोविड के 682 नये मामले सामने आए हैं। कोविड के बढ़ते सक्रमण को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड की बदलती परिस्थितियों पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को मास्क लगाने के लिए जागरूक किया जाए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यहां टीम-09 की बैठक के दौरान कहा कि कोविड की बदलती परिस्थितियों पर सूक्ष्मता से नजर रखें। सभी अस्पतालों में चिकित्सकीय उपकरणों की क्रियाशीलता, डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ की समुचित उपलब्धता की गहनता से परख कर ली जाए। जरूरी दवाओं के साथ मेडिसिन किट तैयार करा लिए जाएं। सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क लगाए जाने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से आमजन को जागरूक किया जाए।



उन्होंने कहा कि विगत एक सप्ताह से कोविड के नए केस में बढ़ोतरी देखी जा रही है। हालांकि उत्तर प्रदेश में पॉजिटिविटी दर न्यूनतम है। वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या 3257 है। पिछले 24 घंटों में 91 हजार से अधिक टेस्ट किए गए। 682 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 352 लोग उपचार के बाद कोरोना मुक्त हुए। 3082 लोग घर पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। यह समय सतर्क और सावधान रहने का है।

प्रदेश में कोविड टीकाकरण अभियान की प्रगति संतोषप्रद है। 33 करोड़ 73 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही 18 साल से अधिक आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है, जबकि 96 प्रतिशत से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 15-17 आयु वर्ग के 99.27 फीसदी किशोरों और 12 से 14 आयु वर्ग के 94.55 फीसदी से अधिक बच्चों को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। 18 साल से अधिक आयु के लोगों को बूस्टर डोज दिए जाने में तेजी की अपेक्षा है। बच्चों को दूसरी डोज समय से दी जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए एक जुलाई से प्रदेशव्यापी अभियान शुरू हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता, फॉगिंग सैनिटाइजेशन के संबंध में जागरूकता बढ़ाये जाने की जरूरत है। अभियान के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी जरूरी तैयारियां कर ली जाएं। जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाना चाहिए।