भारत छोड़ो आन्दोलन जैसी सहभागिता विश्व में विरले मिलती है : प्रो अखिलेश

भारत छोड़ो आन्दोलन जैसी सहभागिता विश्व में विरले मिलती है : प्रो अखिलेश

भारत छोड़ो आन्दोलन जैसी सहभागिता विश्व में विरले मिलती है : प्रो अखिलेश

प्रयागराज, 09 अगस्त । महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा के क्षेत्रीय केन्द्र प्रयागराज में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया गया। अकादमिक निदेशक प्रो अखिलेश कुमार दुबे ने कहा कि भारत छोड़ो आन्दोलन जैसी जन सहभागिता विश्व में विरले ही मिलती है।

कार्यक्रम के दौरान उन्होंने भारत छोड़ो आन्दोलन में गांधी की भूमिका पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि गांधी के प्रभाव में जन सहभागिता में जैसी भारत छोड़ो आन्दोलन में दिखी वैसी विश्व के जन आन्दोलन में विरले ही मिलती है। उन्होंने तमाम आजादी के नायकों का जिक्र किया, जो इतिहास का हिस्सा नहीं बन पाये। कहा कि वे साधन विहीन थे, लेकिन उनके भीतर आजादी पाने का जबर्दस्त जज्बा था।

स्त्री अध्ययन की सह आचार्य डॉ आशा मिश्रा ने स्वाधीनता आन्दोलन में भारत छोड़ो आन्दोलन के इतिहास पर चर्चा की। डॉ अवन्तिका शुक्ला ने महिलाओं की सहभागिता और संघर्ष पर अपनी बात रखी। शिवाजी ने वर्धा शहर की भारत छोड़ो आन्दोलन में भूमिका पर प्रकाश डाला। डॉ अनूप त्रिपाठी ने स्वाधीनता आन्दोलन के इतिहास को युवाओं को जानने समझने पर बल दिया। विनोद वैद्य ने मराठी कवि कुसुमाग्रज की कविता ‘अनाम वीरा’ का पाठ किया।

डॉ विजया ने क्रांतिकारियों के साथ जनता के सहयोग और जुड़ाव को रेखांकित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ अनुराधा पाण्डेय एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ ऋचा द्विवेदी ने किया। इस अवसर पर डॉ हरप्रीत कौर, डॉ विजया सिंह, शम्भू दत्त सती, रश्मि, देवमूर्ति द्विवेदी सहित अन्य लोग उपस्थित रहें।