इलाहाबाद हाईकोर्ट का बाहरी परिसर पुलिस छावनी में तब्दील

वर्चुअल सुनवाई से नाराज वकील अनशन पर बैठे

इलाहाबाद हाईकोर्ट का बाहरी परिसर पुलिस छावनी में तब्दील

प्रयागराज, 11 जनवरी। इलाहाबाद हाईकोर्ट में केसों की केवल वर्चुअल सुनवाई करने के चीफ जस्टिस के निर्णय से नाराज वकीलों ने क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है।

वकील क्रमिक अनशन पर हाईकोर्ट के पास अम्बेडकर चौराहे पर बनी अम्बेडकर की प्रतिमा के नीचे बैठ गए। इधर हाईकोर्ट प्रशासन के निर्देश पर किसी भी प्रकार के उपद्रव को रोकने के लिए हाईकोर्ट के आसपास व मेन गेट पर भारी मात्रा में यूपी पुलिस, आरएएफ, सीआरपी के जवान तैनात किए गए हैं।

सोमवार 10 जनवरी से किसी भी वकील की एन्ट्री हाईकोर्ट परिसर में बैन है। केवल परिसर के अंदर स्थित बैंक व पोस्ट आफिस के कर्मचारियों को पास दिखाने पर अंदर जाने की अनुमति है। हाईकोर्ट के स्टाफ को भी पास दिखाने के बाद ही पुलिस ने अंदर जाने की अनुमति दी। इधर पुलिस व सीआरपी के जवानों की तैनाती से वकीलों में काफी आक्रोश है। वकीलों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के चलते उन्हें कोर्ट में जाने से रोका जाना बुरा नहीं है, परन्तु परिसर में अपने चैम्बरों तक जाने से भी रोका जाना ठीक नहीं है।

उधर युवा वकीलों का एक वर्ग केसों की केवल वर्चुअल सुनवाई करने के हाईकोर्ट के निर्णय से संतुष्ट नहीं है। वकील इस निर्णय का विरोध कर रहे हैं। इसी क्रम में वकीलों ने आज अम्बेडकर प्रतिमा के नीचे बैठकर क्रमिक अनशन शुरू कर दिया। अनशन हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व संयुक्त सचिव प्रशासन अभिषेक शुक्ला व पूर्व संयुक्त सचिव संजीव सिंह की अगुवाई में शुरू किया गया है। इनकी मांग है कि हाईकोर्ट में केसों की सुनवाई वर्चुअल मोड के साथ साथ फिज़िकल मोड में भी शुरू किया जाय।