इटावा की ओर जाने वाली सभी मेमू पैसेंजर ट्रेनें रद्द, यात्री रहे परेशान
-8 घंटे की देरी कंचौसी रेलवे स्टेशन पहुंची ऊंचाहार एक्सप्रेस

औरैया, 18 फरवरी (हि. स.)। रेलवे ने महाकुंभ में हो रही भारी भीड़ को देखते हुए कानपुर सेंट्रल होकर इटावा जाने वाली 64603, कानपुर से टुंडला जाने वाली 64587 , कानपुर से फफूंद तक जाने वाली 64629,64589 मेमू पैसेंजर ट्रेन को मंगलवार को भी रद्द कर दिया।
इससे इटावा, फफूंद, अछल्दा, भरथना, इकदिल, भदान, बलरई, जसवन्तनगर,फिरोजाबाद, शिकोहाबाद , टूंडला आदि जगहों पर जाने वाले यात्रियों को परेशान होना पड़ा। वही टूंडला से कानपुर जाने वाली 64588 रद्द होने से झीझक, रूरा, पनकी धाम, गोविंदपुरी, कानपुर सेंट्रल जाने वाली यात्रियों को ऊंचाहार एक्सप्रेस का इंतजार करना पड़ा।14218 चंडीगढ़ प्रयागराज ऊंचाहार एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से 8 घंटे की देरी से रेलवे स्टेशन पहुंची। इसके अलावा भटिंडा से चलकर कानपुर सेंट्रल होकर बालुरघाट तक जाने वाली फरक्का एक्सप्रेस अपने निर्धारित समय से एक घंटे की देरी से रेलवे स्टेशन पहुंची। ट्रेनों के रद्द होने से यात्री रेलवे स्टेशन पर भटकते रहे, कई यात्री ट्रेनों के रद्द होने की जानकारी मिलने के बाद कोई अतिरिक्त ट्रेन का स्टॉपेज ना मिलने से निराश होकर अपने घर को लौट गए। कुछ यात्रियों ने अपने गंतव्य तक जाने के लिए ऑटो, ई रिक्शा ,बस एवं प्राइवेट वाहनों का सहारा लिया। इस सम्बन्ध में स्टेशन अधीक्षक दरबारी कुमार ने बताया इटावा जाने वाली सभी मेमू पैसेंजर ट्रेनों को रद्द किया गया है।
- सिग्नल ना मिलने से कंचौसी रेलवे स्टेशन पर खड़ी रहीं वंदे भारत एक्सप्रेस
दिल्ली हावड़ा रेल रूट पर स्थित कंचौसी रेलवे स्टेशन पर नई दिल्ली से बनारस जा रही 22436 को कंचौसी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर सिग्लन ना मिलने से दस मिनट के लिए रोका गया। सिग्नल क्लियर होने के बाद ट्रेन को रवाना किया गया। वही पीछे आ रही 20176 आगरा कैंट बनारस वंदे भारत एक्सप्रेस को डाउन मेल लाइन में करीब 5 मिनट तक रोका गया। स्टेशन अधीक्षक दरबारी कुमार ने बताया कंचौसी और झीझक रेलवे स्टेशन के बीच में ट्रेनों खड़ी होने वंदे भारत ट्रेनों को रोका गया था। ट्रैक क्लियर होते ही ट्रेनों को गंतव्य की ओर रवाना किया गया।