भाजपा की नहीं अपनी हार की चिंता करें अखिलेश : सिद्धार्थनाथ
योगी के मंत्री बोले, सपा की संकीर्ण नीति और जंगलराज को भूला नहीं है प्रबुद्ध वर्ग
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और काबीना मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आगामी चुनाव में भाजपा की नहीं बल्कि अपनी पार्टी की हार की चिंता करें। उन्होंने कहा कि मीडिया में आये सर्वे के बाद सपा की नींद तो उड़ी हुई है।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि सर्वे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक बार फिर आमजन की पहली पसंद बने हुए हैं। समाज के हर तबके और प्रबुद्ध वर्ग में भाजपा ही सबसे भरोसे वाली पार्टी बनी हुई है। मंत्री ने कहा कि अखिलेश यादव को मुंगेरी लाल के हसीन सपने देखने का पूरा हक है।
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने सपा मुखिया के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा का प्रबुद्ध सम्मेलन बुद्धिजीवी समाज के विचारों को आत्मसात करने के साथ समाज के प्रति उनके उल्लेखनीय अवदान को सम्मान देना है। प्रबुद्ध समाज की चर्चा में भाजपा सरकार की नीतियां सराही जा रही हैं। सपा के जंगलराज और तुष्टिकरण की नीति सबके जेहन में ताजी हैं। भाजपा सरकार में कानून का राज कायम हुआ है तो सपा की नींद उड़नी स्वाभाविक है ।
सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि जहां तक प्रबुद्ध वर्ग का सवाल है तो भाजपा की सरकार बनाने में प्रबुद्ध वर्ग की अहम भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि किसकी संकीर्ण सोच रही है, यह जगजाहिर है। सपा मुखिया ने सच्चे प्रबुद्ध वर्ग की व्याख्या कर अपनी सोच का एक बार फिर परिचय दे दिया है । प्रबुद्ध समाज केन्द्र और प्रदेश की पूर्ववर्ती सरकारों की नीति और कार्यशैली के बाद प्रदेश में एक बार फिर भाजपा सरकार बनाने का मन बना चुका है।
योगी के मंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यों का जनजागरण सरकार के पहले दिन से ही आमजन और प्रबुद्ध समाज के बीच हो रहा है। इसलिए सपा की नींद उड़ी हुई है और अखिलेश यादव जनता के बीच जाने की बजाय ट्वीटर से पंक्चर साइकिल में हवा भरने की कोशिश में लगे है।
दरअसल अखिलेश यादव ने रविवार को ट्वीट कर भाजपा के प्रबुद्ध सम्मेलन पर सवाल उठाते हुए कहा था कि आगामी चुनाव में संभावित हार से भाजपा की नींद उड़ी हुई है। इसलिए भाजपा सोच रही है कि वह प्रबुद्ध सम्मेलन करके अपनी संभावित हार से बच जाएगी. यह भाजपा की भूल है, क्योंकि सच्चे प्रबुद्ध भाजपा की संकीर्ण राजनीतिक सोच के साथ कभी नहीं रहे हैं ।