प्रयागराज: इविवि ने किया हर्बल इन्हेलर 'श्वसक' का निर्माण
इविवि ने किया हर्बल इन्हेलर 'श्वसक' का निर्माण
प्रयागराज, 28 जुलाई। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के सेंटर आफ साइंस एंड सोसाइटी ने कोविड-19 महामारी का सामना करने के लिए हर्बल इन्हेलर “श्वसक“ का निर्माण किया है। यह कार्य केंद्र के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ रोहित कुमार मिश्रा के मार्गदर्शन में शिक्षा मंत्रालय की परियोजना डिजाइन इन्नोवेशन सेंटर आई.आई.टी (बीएचयू) के तत्वावधान में किया गया।
इसके लोकार्पण का अनुमोदन विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव के निर्देश में अधिष्ठाता विज्ञान संकाय ने किया। मुख्य अतिथि प्रोफेसर शेखर श्रीवास्तव अधिष्ठाता विज्ञान संकाय एवं डायरेक्टर आईआईडीएस ने कौशल विकास एवं ग्रामीण उद्यमिता पर आधारित इस केंद्र के कार्यों का वर्णन किया और विश्वविद्यालय के सबसे युवा केंद्र सेंटर आफ साइंस एंड सोसायटी की गिनती सबसे अच्छे केंद्रों में की।
प्रयागराज प्रशासन की तरफ से विशिष्ट अतिथि अपर आयुक्त प्रयागराज पुष्पराज सिंह ने केंद्र द्वारा ग्रामीण विकास में किए गए कार्यों की सराहना की और शासन से मदद का आश्वासन दिया। विश्वविद्यालय के मुख्य कुलानुशासन एवं विशेष अतिथि प्रो. हर्ष कुमार श्रीवास्तव ने केंद्र द्वारा समय-समय पर किए गए कार्यों की सराहना की और कहा कि शिक्षा का सही अर्थ तभी है जब हम उसको समाज के हर वर्ग तक पहुंचा सकें। केंद्र के सहायक प्रोफेसर डॉ शशिकांत शुक्ला एवं डॉ अर्पणा पाण्डेय ने सेंटर की ओर से धन्यवाद ज्ञापन दिया।
कार्यक्रम में साइंस एंड सोसाइटी के परास्नातक एवं शोध छात्रों ने कोविड-19 मानकों का पालन करते हुए बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। साथ ही छात्रों द्वारा बनाए गए आत्मनिर्भर भारत एवं उत्पाद की एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। बताया गया कि कोरोना की दूसरी लहर में भाप द्वारा संक्रमण को नियंत्रित करने की वैज्ञानिक पुष्टि की अवधारणा को लेते हुए सेंटर ऑफ साइंस एंड सोसाइटी में औषधीय प्लांट एसेंशियल ऑयल युक्त नेजल इनहेलर को बनाया गया, जिससे नाक के माध्यम से फेफड़ों में फैले किसी भी संक्रमण से बचा जा सके।
इसमें मुख्य रूप से हमारी रसोई में प्रयोग होने वाले अजवाइन के तेल एवं मुलेठी के मिश्रण को मिलाया गया है।