सुप्रसिद्ध भजन गायक प्रेम प्रकाश दुबे के सुंदरकांड का पाठ सुनने को लगा आस्थावानों का जमावड़ा
सुप्रसिद्ध भजन गायक प्रेम प्रकाश दुबे के सुंदरकांड का पाठ सुनने को लगा आस्थावानों का जमावड़ा
-चित्रकूट के प्रसिद्ध बरहा के हनुमान मंदिर में हुआ भव्य आयोजन
चित्रकूट,16जनवरी (हि.स.)। देश के सुप्रसिद्ध भजन गायक प्रेम प्रकाश दुबे ने भगवान श्रीराम की तपोभूमि चित्रकूट में कामदगिरि परिक्रमा मार्ग स्थित प्राचीन बरहा के हनुमान मंदिर में संगीतमय सुंदरकांड का सस्वर पाठ किया। वे अयोध्या,काशी, चित्रकूट,प्रयागराज नैमिषारण्य इन पंचतीर्थ की द्वादश पंचतीर्थ परिक्रमा और वहां सुंदरकांड का पाठ सन् 2014 से लगातार कर रहे हैं। गंगा और मंदाकिनी सहित देश की नदियां स्वच्छ हो और समाज स्वस्थ हो,यही उनकी यात्रा का असल मकसद है।
प्रसिद्ध भजन गायक प्रेम प्रकाश दुबे ने बताया कि वे भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या के कनक भवन,हनुमानगढ़ी,सरयू तट, हनुमत निवास आदि स्थानों पर सुंदर कांड का पाठ कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि तीन जनवरी को प्रयाग से उनकी तीर्थ यात्रा आरंभ हुई है। 11 जनवरी को लखनऊ, 12 और को नैमिषारण्य,14 को कानपुर,15 और 16 को चित्रकूट के बाद 17 जनवरी को प्रयाग में होकर अगले साल तक के विश्राम लेगी। सभी सुंदर और स्वस्थ हो,इसके लिए हनुमान जी से प्रार्थना की जा रही है।
इससे पहले प्रसिद्ध भजन गायक प्रेम प्रकाश दुबे ने चित्रकूट के सुप्रसिद्ध बरहा के हनुमान मंदिर में महंत विजय तिवारी व अमित तिवारी की उपस्थिति में पूरे विधि विधान के साथ पूजन किया। वहीं कार्यक्रम के संयोजक जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अशोक गुप्ता,उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष राजीव अग्रवाल, उद्योगपति विवेक अग्रवाल,गिरीश अग्रवाल, व्यापार मंडल के जिला महामंत्री सुनील द्विवेदी,जिला मंत्री महेश जायसवाल, समाजसेवी रचित अग्रवाल आदि सैकड़ों गणमान्य लोगों ने परंपरागत ढंग से पं0 प्रेम प्रकाश दुबे का स्वागत किया।
बता दें कि मूलतः प्रयागराज के रहने वाले सुप्रसिद्ध भजन गायक पं. प्रेम प्रकाश दुबे दो दशक से मुंबई में रह कर सनातन संस्कृति को भजनों के माध्यम से समृद्ध कर रहे है। उन्होंने सनातन एकता मिशन का गठन कर पंचतीर्थ संगीतमय सुंदरकांड पाठ परिक्रमा करने का निर्णय लिया। इसकी शुरुआत वर्ष 2014 में की थी। पंचतीर्थ के पंचम सुंदरकांड पाठ परिक्रमा समारोह का शुभारंभ बड़े हनुमान जी मंदिर संगम तट से छह जनवरी को हुआ था। विभिन्न स्थानों से होते हुए परिक्रमा पथ यात्रा चित्रकूट के बरहा के हनुमान मंदिर पहुंची। मंदिर परिसर में पं. प्रेम प्रकाश दुबे और उनकी मंडली ने संगीतमय सुंदरकांड का पाठ किया। सुंदरकांड पाठ सुनने के लिए भारी संख्या में श्रोताओं का जमावड़ा लगा रहा। सुन्दरकाण्ड पाठ के समय मौजूद श्रोता भी उनका साथ देते हुए झूमने लगे। सुंदरकांड की समाप्ति के बाद रामायण की आरती की गई।