भारत में पायी जाती है सांपों की 300 प्रजातियां
भारत में पायी जाती है सांपों की 300 प्रजातियां
लखनऊ,16 जुलाई । सांप जैसे प्राणियों की बदौलत ही पर्यावरण एवं जैवविविधता में संतुलन बना हुआ है। भारत में करीब 300 सांपों की प्रजातियां निवास करती हैं। नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान के निदेशक वी.के. मिश्र ने बताया कि सांप धरती ग्रह पर विकसित अत्यन्त महत्वपूर्ण सरीसृप प्राणि है। पर्यावरण में सांपों के योगदान को देखते हुये प्रति वर्ष सर्पों के प्रति जन-जागरूकता के उद्देश्य से 16 जुलाई को विश्व सांप दिवस मनाया जाता है।
नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान में शनिवार को सर्पों के प्रति जागरूकता हेतु कार्यक्रम का आयोजन किया गया। धरती ग्रह पर लगभग तीन हजार सांपों की प्रजातियां पायीं जाती हैं । भारत में कोबरा, वाइपर, अजगर, रैट स्नेक आदि अनेकों प्रजातियों के विशैले और विशहीन सांप प्रकृति निर्धारित खाद्य श्रंखला में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। चूहों का भक्षण कर सांप हमारी फसलों और खाद्यानों की सुरक्षा करते हैं। इसी कारण सांपों को किसानों का मित्र भी कहा जाता है। कीटनाशकों का प्रयोग, वनों के विनाश और लोगों द्वारा सांपों को भयवष मारे जाने के चलते इनकी आबादी पर संकट मंडरा रहा है। आज हमें जरूरत है कि हम सांपों का प्राकृतिक महत्व समझें और इनका संरक्षण करें। इस अवसर पर शिक्षाधिकारी नीना कुमार ने प्राणि उद्यान में दर्शकों को जागरूक किया तथा दर्शकों को पम्पलेट भी वितरित किया।