देशभर में सैनिक स्कूलों से संबद्ध सरकारी व निजी क्षेत्र के 100 स्कूल खोले जाएंगे

बच्चों को सैनिक स्कूल परिवेश में शिक्षा मिलने के साथ ही उनमें नई क्षमताओं का विकास होगा

देशभर में सैनिक स्कूलों से संबद्ध सरकारी व निजी क्षेत्र के 100 स्कूल खोले जाएंगे

नई दिल्ली, 13 अक्टूबर । राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुरूप बच्चों को मूल्य आधारित शिक्षा देने के लिए देशभर में 100 स्कूल खोले जाएंगे। यह सभी स्कूल रक्षा मंत्रालय के मौजूदा सैनिक स्कूलों से संबद्ध होंगे। पहले चरण में 100 स्कूलों को खोलने में राज्यों, एनजीओ और निजी भागीदारों की मदद ली जाएगी।

केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने सैनिक स्कूल सोसाइटी के साथ संबद्ध होने वाले विद्यालयों को लांच करने संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। दरअसल, सैनिक स्कूलों ने न केवल मूल्य आधारित उत्तम गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान की है बल्कि सैन्य नेतृत्व, प्रशासनिक सेवाओं, न्यायिक सेवाओं तथा विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं उद्यमिता जैसे अन्य क्षेत्रों में भी बच्चों को शिक्षित किया है। इन्हीं वजहों से और अधिक संख्या में नए सैनिक स्कूल खोलने की मांग हमेशा बढ़ती रही है। अभी देशभर में 33 सैनिक स्कूल हैं जिनसे 100 नए संबद्ध सैनिक स्कूलों की स्थापना का निर्णय लिया गया है।

रक्षा मंत्रालय की ओर बताया गया है कि यह स्कूल खोले जाने की पहली प्रक्रिया के तहत सैनिक स्कूल सोसाइटी से संबद्ध होने के लिए सरकारी, निजी स्कूलों और एनजीओ से प्रस्ताव आमंत्रित किए जाएंगे। इच्छुक और पात्र व्यक्ति https:ainikschool.ncog.gov.in के यूआरएल पर अपने आवेदन दे सकते हैं।

इस योजना से बच्चों को सैनिक स्कूल परिवेश में शिक्षा मिलने के साथ ही उनमें नई क्षमताओं का विकास होगा। अकादमिक वर्ष 2022-23 की शुरुआत से तकरीबन 5,000 छात्रों के कक्षा-VI में ऐसे 100 संबद्ध स्कूलों में प्रवेश लेने की उम्मीद है। मौजूदा 33 सैनिक स्कूलों में कक्षा-VI में तकरीबन 3,000 छात्रों के प्रवेश की क्षमता है।

सैनिक स्कूलों से संबद्ध इन 100 स्कूलों के बारे में कल्पना की गई है कि इन स्कूलों के छात्र आवश्यक जीवन कौशल से शिक्षित होंगे जिससे वे अपने चयनित क्षेत्रों में उम्दा प्रदर्शन करेंगे। इस प्रकार इन स्कूलों का लक्ष्य राष्ट्रीय उद्देश्यों को सर्वोच्च वरीयता देने पर ध्यान केन्द्रित करते हुए नेतृत्व गुणों के साथ आत्मविश्वासयुक्त, उच्च कौशलयुक्त, बहु-आयामी, देशभक्त युवा समुदाय तैयार करना होगा।