संविधान में महिलाओं के अधिकार व घरेलू हिंसा पर लगा जागरुक्ता शिविर

संविधान में महिलाओं के अधिकार व घरेलू हिंसा पर लगा जागरुक्ता शिविर

संविधान में महिलाओं के अधिकार व घरेलू हिंसा पर लगा जागरुक्ता शिविर

महिला सशक्तिकरण और महिलाओं को आत्मरक्षा और घरेलू हिंसा से कैसे निपटना चाहिये इस पर दस्तगीर विधिक सहायता केन्द्र की ओर से महिला विधिक एवं साक्षरता शिविर के माध्यम से अधिवक्ताओं,महिला पुलिस अधिकारी,समाजसेवीयों व महिलाओं के लिए जागरुक्ता अभीयान मे भागीदारी निभाने वाली स्वयंसेवी संस्था की महिला पदाधिकारीयों ने महिलाओं को शिक्षित हो कर घरेलू हिंसा और कानून के दायरे मे विधिक जानकारी साझा की।दस्तगीर विधिक सहायता केन्द्र व संयोजक फैज़ान राशिद की ओर से लगाए गए शिविर मे मलिन बस्ती सहित तमाम घरेलू महिलाओं को कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अपर शासकीय अधिवक्ता इलाहाबाद उच्च न्यायालय  रामेश्वर शुक्ला ने विधिक परामर्श देते हुए महिलाओं को शिक्षित हो कर हर हिंसा के प्रति सजग रहने की नसीहत देते हुए आत्मनिर्भर बनने को प्रेरित किया।महिला थाना की उपनिरीक्षक वंदना यादव ने अपने उद्धबोधन में महिलाओं पर हो रही घरेलू हिंसा पर जागरुक रह कर पुलिस से सहायता लेने की बात कही।अधिवक्ता स्मृति कार्तिकेय,अधिवक्ता ममता जायसवाल,विधिक अधिकारी शैफाली श्रीवास्तव,अधिवक्ता विजयलक्ष्मी ने महिलाओं को संविधान मे महिलाओं को जो अधीकार दिए गए है उस पर विस्त्रित जानकारी देते हुए महिलाओं को खुद के अधिकार के लिए आगे आने और ज़रुरत पड़ने पर कानून का सहारा लेने की बात कही।कहा अगर महिलाएँ शिक्षित होंगी तो उनसे कोई उनका अधिकार छीन नहीं सकता।कार्यक्रम के संयोजक फैज़ान राशिद ने शिविर के आयोजन पर प्रकाश डालते हुए दस्तगीर महिला विधिक सहायता शिविर के उद्देश्य और महिलाओं को आत्मनिर्भर बन कर समाज मे एक नई किरण बन कर अधिकार हासिल करने और न मिलने पर छीन कर लेने की बात कही।कार्यक्रम मे आए हुए अतिथियों का संस्था की ओर से संरक्षक हाजी इंतेखाब अहमद द्वारा बुके दे कर सम्मान किया गया।संचालन राहुल शुक्ला ने किया।कार्यक्रम सहसंयोजक इमरान राशिद ने धन्यवाद ज्ञापित किया।कार्यक्रम में अधिवक्ता फैज़ान राशिद,इरफान राशिद,अभिनव शुक्ला,आशीष कुमार,गिरीश पाण्डेय,सै०अब्बास हुसैन,आफताब अहमद,जावेद अहमद,अल्तमश खान,सय्यद मोहम्मद अस्करी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।