रमज़ान की शुरुआत, मस्जिदों में कोरोना का असर
एक महीने तक चलने वाले रमज़ान की शुरुआत हो गई है। हालांकि कोरोना की वजह से मस्जिदों में ज्यादा भीड़ नहीं देखी गई लेकिन लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं है। रमज़ान के महीने की शुरुआत चांद देखकर होती है। चांद देखने के अगले दिन से रोजे रखे जाते हैं। इस महीने को बरकतों का महीना माना जातै है। वहीं कोरोना को लेकर दारुल उलूम फरंगी महल ने जारी फतवे में कहा कि कोरोना वैक्सीन इंसानी बदन की रंगों में दाखिल होता है ना कि पेट के अंदर इसलिए वैक्सीन लगवाने से रोजा नहीं टूटता।