पिछले आठ वर्षों में बाघों की संख्या हुई दोगुनी, विश्व के 75 प्रतिशत बाघ भारत में

आज अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस

पिछले आठ वर्षों में बाघों की संख्या हुई दोगुनी, विश्व के 75 प्रतिशत बाघ भारत में

नई दिल्ली, 29 जुलाई । आज अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस है। इस मौके पर केन्द्रीय वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने ट्वीट करके कहा कि राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के अथक प्रयासों से पिछले आठ सालों में बाघों की संख्या दोगुनी हो गई है। इसके साथ टाइगर रिजर्व की संख्या भी 9 से 52 हो गई है। बाघों की संख्या एवं उन्हें संरक्षित रखने के लिए प्रयास जारी रखने चाहिए।

उन्होंने कहा कि हम सभी को पर्यावरण संरक्षण और वन्य जीवों के संरक्षण के प्रति जागरूक व सजग रहना चाहिए और अपनी भूमिका निभाते रहना चाहिए।

उल्लेखनीय है कि बाघ गणना के अनुसार भारत में बाघ की संख्या 2,967 है, जो विश्व की संख्या का लगभग 75 प्रतिशत से अधिक है। सबसे बड़े बाघ गणना के रूप में भारत का नाम ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में भी दर्ज कराया गया है। वहीं, साल 1973 में भारत में सिर्फ 9 टाइगर रिजर्व थे, जबकि आज की तारीख में इनकी संख्या बढ़कर 52 हो गई है। भारत में सबसे ज्यादा टाइगर मध्य प्रदेश (526), कर्नाटक (524), उत्तराखंड (442) टाइगर है। अगर इन तीनों राज्य को मिला दिया जाए तो 50 प्रतिशत टाइगर इन्हीं राज्य में है।