माँ नरगिस दत्त की 41 वीं पुण्यतिथि पर भावुक हुए बेटे संजय दत्त

माँ नरगिस दत्त की 41 वीं पुण्यतिथि पर भावुक हुए बेटे संजय दत्त

माँ नरगिस दत्त की 41 वीं पुण्यतिथि पर भावुक हुए बेटे संजय दत्त

हिंदी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री व संजय दत्त की माँ नरगिस दत्त की आज 41वीं पुण्यतिथि है। इस मौके पर उनके अभिनेता बेटे संजय दत्त ने उन्हें याद करते हुए सोशल मीडिया उनकी कुछ यादगार फिल्मों से उनकी तस्वीरों का कोलाज शेयर किया है। इसके साथ ही संजय दत्त ने लिखा-'एक भी पल ऐसा नहीं जाता जब मैं आपको याद नहीं करता। माँ, आप मेरे जीवन का आधार और मेरी आत्मा की शक्ति थी। काश मेरी पत्नी और बच्चे आपसे मिले होते ताकि आप उन्हें अपना सारा प्यार और आशीर्वाद दे पातीं । मुझे आज और हर दिन आपकी याद आती है!


उल्लेखनीय है कि अपने जमाने की सबसे खूबसूरत अभिनेत्रियों में शुमार नरगिस ने बॉलीवुड में अपने अभिनय से एक अलग पहचान बनाई थी। नरगिस दत्त ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत एक बाल कलाकार के रूप में की थी। साल 1935 में उनकी पहली फिल्म तलाश-ए-हक थी। उसके बाद बाबुल, आधी रात, सागर, प्यार की बातें, हलचल, दीदार, बेवफा, शीशा, अनहोनी, आशियाना, बेवफा, पापी, अंगारे, श्री 420, जागते रहो, चोरी चोरी, परदेशी, लाजवंती, घर संसार, अदालत, रात और दिन, आवारा, जोगन, अनहोनी, अंदाज, मदर इंडिया आदि कई फिल्मों में नजर आईं। नरगिस ने 1940 और 1950 तक अपने अभिनय के दम पर बॉलीवुड पर राज किया।

नरगिस ने अभिनेता सुनील दत्त से 1958 में शादी की थी। इसी साल नरगिस को मनोरंजन जगत में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए भारत सरकार की तरफ से पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।साल 1967 में नरगिस आखिरी बार फिल्म 'रात और दिन' में मुख्य भूमिका में अभिनय करती नजर आईं। इस फिल्म के लिए नरगिस को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसी के साथ वह राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाली बॉलीवुड की पहली अभिनेत्री भी रहीं। 1967 के बाद नरगिस ने धीरे-धीरे फिल्मों से दूरी बनानी शुरू कर दी और अपने अभिनेता पति के साथ मिलकर सामजिक कार्यों में जुट गईं। बाद में वह राजयसभा की सदस्य भी बनी। लेकिन वह अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाईं, क्योंकि इस दौरान नरगिस की तबीयत ख़राब हो गई इलाज कराने पर पता चला उन्हें कैंसर है। इस भयावह बीमारी से लड़ते हुए उन्होंने 3 मई, 1981 को दुनिया को अलविदा कह दिया।, लेकिन दर्शकों के दिलों में वह आज भी जीवित है। साल 1982 में नर्गिस की याद में नर्गिस दत्त मेमोरियल कैंसर फाउंडेशन की स्थापना की गई, जहां कैंसर पीड़ितों का इलाज किया जाता है।

नरगिस और सुनील दत्त के तीन बच्चे संजय दत्त, नम्रता दत्त और प्रिया दत्त।नरगिस संजय दत्त को बहुत प्यार करती थी और चाहती थी कि वह एक अच्छे और बड़े अभिनेता बने और वह उन्हें रुपहले पर्दे पर अभिनय करते देखे,लेकिन उनका यह सपना पूरी तरह से पूरा न हो पाया। संजय दत्त अभिनेता तो बने,लेकिन उनकी पहली फिल्म रिलीज होने से चार दिन पहले ही नरगिस ने दुनिया को अलविदा कह दिया था। लेकिन संजय दत्त ने अपनी माँ की इस ख्वाहिश को पूरा किया और आज वह बॉलीवुड के सबसे मशहूर अभिनेताओं से एक हैं।