पठानकोट आर्मी कैंप पर हमले में छह गिरफ्तार
आरोपितों के पास से हथगोले, हथियार और गोला बारूद बरामद
चंडीगढ़, 10 जनवरी । पंजाब पुलिस ने इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आईएसवाईएफ) समर्थित आतंकी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए छह गुर्गों को गिरफ्तार कर पठानकोट आर्मी कैंप पर हुए हमले की गुत्थी सुलझा ली है। यह जानकारी पंजाब पुलिस महानिदेशक वीके भावरा ने दी।
डीजीपी पंजाब भावरा के मुताबिक एसबीएस नगर पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों से छह हैंड ग्रेनेड, एक पिस्तौल, एक राइफल, जीवित कारतूस और मैगजीन भी बरामद की हैं। इनकी पहचान गुरदासपुर के गांव लखनपाल के अमनदीप उर्फ मंत्री, गुरदासपुर के गांव खरल के गुरविंदर सिंह उर्फ गिंदी, गुरदासपुर के गांव खरल के परमिंदर कुमार उर्फ रोहित उर्फ रोहता, गुरदासपुर के गांव गुन्नूपुर के रजिन्दर सिंह उर्फ मल्ली उर्फ निक्कू, गुरदासपुर के गांव गोतपोकर के हरप्रीत सिंह उर्फ ढोलकी और गुरदासपुर के गांव गाजीकोट के रमन कुमार के तौर पर हुई है।
डीजीपी के मुताबिक दो मामलों में कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने पठानकोट में हैंड ग्रेनेड फेंके थे। पहला हमला 11 नवंबर, 2021 की रात चक्की पुल के पास और दूसरा ग्रेनेड हमला सेना के 21 उप क्षेत्र त्रिवेणी द्वार के बाहर पठानकोट में 21 नवम्बर को हुआ था। प्राथमिक पूछताछ में इन लोगों ने खुलासा किया है कि आतंकी हमलों की योजना बनाने के लिए वह स्वयंभू चीफ लखबीर सिंह रोडे और उसके करीबी साथियों सुखमीतपाल सिंह उर्फ सुख भिखारीवाल और सुखप्रीत उर्फ सुख के सीधे संपर्क में थे।
उन्होंने कहा बरामद हैंड ग्रेनेड, हथियार और गोला बारूद की खेप लखबीर रोडे ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पार से इधर पहुंचाई। गिरफ्तार किए गए इन लोगों को पुलिस, रक्षा संस्थान, धार्मिक स्थान आदि पर हमले का जिम्मा सौंपा गया था। आरोपितों ने पठानकोट में दो बार हथगोले फेंके। यह बात इन लोगों ने पूछताछ में कुबूल की है। इनके खिलाफ मामला दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी गई है।