श्रावण सोमवारः दुल्हे की तरह सजे भगवान महाकाल, दर्शन के लिए उमड़ी भीड़

श्रावण सोमवारः दुल्हे की तरह सजे भगवान महाकाल, दर्शन के लिए उमड़ी भीड़

श्रावण सोमवारः दुल्हे की तरह सजे भगवान महाकाल, दर्शन के लिए उमड़ी भीड़

उज्जैन, 26 जुलाई। उज्जैन स्थित विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकालेश्वर मंदिर में आज श्रावण माह के प्रथम सोमवार को दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी हुई है। सुबह से ही भगवान महाकाल का आशीर्वाद पाने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं। श्रावण सोमवार होने के कारण बाबा महाकाल का विशेष श्रृंगार किया गया है। उन्हें दुल्हें की तरह सजाया गया और श्रद्धालु उनके इस स्वरूप का दर्शन लाभ ले रहे हैं। वहीं, आज शाम को भगवान महाकाल प्रजा का हालचाल जानने के लिए नगर भ्रमण पर निकलेंगे।

कोरोना संक्रमण के चलते लम्बे समय से महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश प्रतिबंधित था, लेकिन पिछले महीने 28 जून से यहां कोरोना गाइडलाइन के प्रोटोकाल के तहत यहां दर्शन शुरू हुए हैं। श्रावण मास में भगवान महाकाल के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। सोमवार को यहां इसकी झलक देखने को मिली। सुबह से ही मंदिर में भीड़ उमड़ रही है।



भीड़ को देखते हुए श्रावण मास में भगवान महाकाल के दर्शन के लिए व्यवस्था में बदलाव किया गया है। उज्जैन कलेक्टर एवं महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने रविवार को बताया कि श्रावण एवं भादौ मास में प्री-बुकिंग से सामान्य दर्शन का समय दो घटे बढ़ा दिया गया है। अब श्रावण में सोमवार को छोड़कर प्रातः 5 बजे से रात्रि 9 बजे तक प्री-बुकिंग से भगवान महाकाल के दर्शन एवं विशेष दर्शन हो सकेंगे। वहीं, श्रावण में प्रत्येक सोमवार को सुबह 5 बजे से 11 बजे तक एवं शाम 7 से रात्रि 9 बजे तक प्री-बुकिंग से ही दर्शन होंगे। इस अवधि में 250 रुपये वाले विशेष दर्शन बंद रहेंगे।





वहीं, श्रावण-भादौ मास में निकलने वाली सवारियों के क्रम में भगवान महाकाल की पहली सवारी आज शाम निकाली जाएगी। शाम 4 बजे शाही ठाठ के साथ राजाधिराज नगर भ्रमण पर निकलेंगे। बाबा महाकाल मनमहेश रूप में प्रजा को दर्शन देंगे। सवारी मंदिर से शाम 4.00 बजे शुरू होकर रामघाट जाएगी और वहां से पूजन पश्चात पुन: मंदिर पहुंचेगी। कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सवारी मार्गों पर भक्तों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा।

मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष आशीष सिंह ने बताया कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए इस बार भी गत वर्ष की तरह छोटे मार्ग से बाबा महाकाल की सवारी लाव लश्कर के साथ निकलेगी। नगर भ्रमण के निकलने के पूर्व दोपहर 3.30 बजे सभामंडप में विधिवत पूजन होगा। इसके पश्चात शाम 4.00 बजे भगवान पालकी में विराजित होकर प्रजा को दर्शन देने नगर भ्रमण हेतु प्रस्थान करेंगे। मुख्य द्वार पर सशस्त्र पुलिस बल के जवानों द्वारा भगवान को सशस्त्र सलामी दी जायेगी।



सवारी बडा गणेश मंदिर के सामने से होते हुए हरसिद्धि मंदिर के समीप से नृसिंह घाट रोड पर सिद्ध आश्रम के सामने से होते हुए क्षिप्रातट, रामघाट पहुंचेगी। रामघाट पर मां क्षिप्रा के जल से बाबा के अभिषेक.पूजन पश्चात सवारी रामानुजकोट,हरसिद्धी पाल से हरसिद्धी मंदिर के सामने से होकर बडा गणेश मंदिर के सामने से होते हुए महाकालेश्वर मंदिर वापस आएगी।