शिवपाल सिंह मुगालते में हैं: सिद्धार्थनाथ सिंह
योगी के मंत्री बोले, चाचा-भतीजे की जोड़ी पर जनता का नहीं है भरोसा
लखनऊ, 14 नवम्बर । अखिलेश अगर मुझे साथ ले लें, तो उत्तर प्रदेश में सरकार बननी तय है। यह दावा प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने किया है। इस पर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि शिवपाल मुगालते में हैं।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि चाचा-भतीजे की इस जोड़ी को प्रदेश की जनता वर्ष 2017 के विधानसभा चुनावों में नकार चुकी है। आगामी चुनावों में भी राज्य की जनता चाचा- भतीजे को प्रदेश की सत्ता से दूर ही रखेगी, क्योंकि उत्तर प्रदेश फिर जंगल राज्य बने, अब राज्य की जनता यह नहीं चाहती। इसलिए चाचा भतीजा भले ही एक हो जाएं, राज्य की सत्ता से बाहर ही रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि बीते विधानसभा चुनावों के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से विवाद होने पर शिवपाल सिंह यादव ने प्रसपा का गठन कर लिया था। अपने इस दल के बैनर तले शिवपाल ने लोकसभा का चुनाव लड़ा था, जिसमें अखिलेश और शिवपाल दोनों को ही हार का सामना करना पड़ा था।
इसके बाद प्रदेश की राजनीतिक नब्ज को समझने वाले शिवपाल सिंह यादव से अखिलेश यादव के साथ अपने विवादों को खत्म करते हुये सपा के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा सार्वजनिक तौर पर व्यक्त की।
पिछले दो साल से शिवपाल अपनी इस मंशा के तहत अखिलेश यादव से तालमेल करने का प्रयास कर रहे हैं। इसका संज्ञान लेते हुए अखिलेश यादव ने भी उनकी तरफ दोस्ती का हाथ तो बढ़ाया है, लेकिन अभी तक उन्होंने इसका खुलासा नहीं किया है कि वे शिवपाल से गठबंधन कर कितनी सीटें उन्हें देंगे।
ऐसे में रविवार को शिवपाल ने यह दावा किया कि अखिलेश अगर मुझे साथ ले लें, तो सरकार बननी तय है। मैं भी चाहता हूं कि अखिलेश मुख्यमंत्री बने। यह दावा करते हुए शिवपाल ने सपा मुखिया अखिलेश यादव को सलाह दी है कि हमारा और नेता जी (मुलायम सिंह यादव) का सम्मान करो और मुख्यमंत्री बनो। उन्होंने यह भी कहा है कि विधानसभा चुनावों में अब कम समय बचा है, इसलिए अखिलेश जल्द से जल्द फैसला लें।
शिवपाल के इस कथन का संज्ञान लेते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता एवं कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव अपने भतीजे अखिलेश यादव को लेकर भावनाओं के भंवर में फंसते दिखते हैं। अखिलेश यादव उनका सम्मान नहीं करते, प्रदेश की जनता यह जान चुकी है। रही बात अखिलेश यादव की तो प्रदेश की जनता उनकी सरकार के कुशासन को भूली नहीं है।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि अखिलेश सरकार के जंगल राज के चलते बड़े उद्योगपति राज्य में निवेश करने के बचते थे। बेरोजगारी चरम पर थी। महिलाओं के साथ अपराध ही घटनाओं में प्रदेश देश में सबसे आगे था। भ्रष्टाचार चरम पर था, उस समय के मंत्री भी इसमें लिप्त थे। आमजन की सुनवाई नहीं होती थी। ऐसे में शिवपाल सिंह यादव अब अखिलेश यादव के साथ भी हो जाएं तो प्रदेश की जनता चाचा-भतीजे पर भरोसा नहीं करेगी।