उत्तर प्रदेश में खरीफ फसलों के बेहतर उत्पादन पर गोष्ठियों का आयोजन

उत्तर प्रदेश में खरीफ फसलों के बेहतर उत्पादन पर गोष्ठियों का आयोजन

उत्तर प्रदेश में खरीफ फसलों के बेहतर उत्पादन पर गोष्ठियों का आयोजन

लखनऊ, 09 जुलाई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के निर्देशानुसार प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कृषि विभाग की ओर से खरीफ फसलों के बेहतर उत्पादन पर गोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा है। किसानों के लिए आयोजित गोष्ठी में खरीफ फसलों धान, दाल, मक्का, बाजरा, मुंगफली और सोयाबीन के उत्कृष्ट उत्पादन के लिए कृषि वैज्ञानिक अपनी जानकारी साझा कर रहे हैं।


प्रदेश के विभिन्न जनपदों में जिलाधिकारी, जिला कृषि अधिकारी, कृषि विभाग के उप निदेशक जैसे अधिकारियों की मौजूदगी में खरीफ गोष्ठियां सम्पन्न हो रही है। जिसमें खरीफ उत्पादन की रणनीति के संबंध में, खरीफ फसल के विपणन की व्यवस्था, मृदा स्वास्थ्य, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, कृषक उत्पादन संगठन संबंधित जानकारी, बेहतर उत्पादन तकनीक, कृषि योजनाओं को आवश्यक रुप से बताया जा रहा है।


— खरीफ गोष्ठी में कीट व रोग पर चर्चा


किसानों को खरीफ गोष्ठी में विशेष रुप से फसलों पर लगने वाले कीट व रोग से बचाव की जानकारी दी जा रही है। किसानों के बीच चर्चा करने वाले कृषि वैज्ञानिक डॉ.संदीप कुमार ने बताया कि खरीफ फसलों को कीट व रोग से बचाव जरुरी है। अरहर, धान की फसल में पत्ती लपेटक कीट लग जाते है। इससे बचाव के लिए मोनो क्रोटोफास 36 प्रतिशत, ईसी एक लीटर या क्यूनालफास 25 फीसद, ईसी 1.25 लीटर प्रति हेक्टेयर की दर से आठ सौ से एक हजार लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।