पंजाब : तेल दरों में कटौती, पेट्रोल की कीमत 10 रुपये और डीजल 5 रुपये कम
पंजाब : तेल दरों में कटौती, पेट्रोल की कीमत 10 रुपये और डीजल 5 रुपये कम
चंडीगढ़, 07 नवम्बर। राज्य भर के लोगों को बड़ी राहत देते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने रविवार को आधी रात से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में क्रमवार 10 रुपये और 5 रुपये प्रति लीटर कटौती करने का ऐलान किया है।
आज यहां मंत्रिमंडल की बैठक के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि इस फैसले से पंजाब में केंद्रीय शासित प्रदेश चंडीगढ़ को छोड़कर क्षेत्र में तेल की कीमतें सबसे कम हैं और पंजाब में डीजल की कीमतें अब हरियाणा और राजस्थान की अपेक्षा कम हैं। राज्य सरकार के इस फ़ैसले से पेट्रोल की कीमतों पर वैट की दर घटा कर 27.27 प्रतिशत (24.79 प्रतिशत प्लस 10 प्रतिशत सरचार्ज) से 15.15 प्रतिशत (13.77 प्रतिशत प्लस 10 प्रतिशत सरचार्ज) और डीजल पर 17.57 प्रतिशत (15.93 प्रतिशत प्लस 10 प्रतिशत सरचार्ज) से 10.91 प्रतिशत (9.92 प्रतिशत प्लस 10 प्रतिशत) कर दी गई।
भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर चुटकी लेते हुए मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि यह सचमुच बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि केंद्र सरकार ने एक्साईज ड्यूटी में कटौती करके 4 नवंबर, 2021 से पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें क्रमवार 5 रुपये और 10 रुपये प्रति लीटर घटाईं है, जिससे पंजाब समेत सभी राज्यों की आय पर बुरा प्रभाव पड़ा है क्योंकि केंद्र की तरफ से वसूली जाती एक्साईज ड्यूटी में पंजाब की 42 प्रतिशत हिस्सेदारी होती है।
मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा कि पेट्रोल और डीज़ल पर वैट घटाने के बाद पंजाब में आज आधी रात से पेट्रोल की कीमत 105 रुपये प्रति लीटर की बजाय अब 95 रुपये प्रति लीटर होगी। इसी तरह डीज़ल की कीमतें भी आज आधी रात से 88.75 रुपये प्रति लीटर की बजाय 83.75 रुपये प्रति लीटर होगी। जबकि इसके मुकाबले दिल्ली में पेट्रोल और डीज़ल की कीमतें क्रमवार 104.01 प्रति लीटर और 86.71 रुपये प्रति लीटर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेट्रोल और डीज़ल पर वैट की दरों को पड़ोसी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के बराबर लाने और खरीफ के आगामी सीजन के लिए पंजाब के किसानों को उत्साहित करने और आम उपभोक्ताओें को राहत देने के लिए उनकी सरकार की तरफ से 7 नवंबर और 8 नवंबर की आधी रात से पेट्रोल और डीज़ल पर क्रमवार 10 रुपये और 5 रुपये वैट की कटौती करने का अहम फ़ैसला लिया है। इससे पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में कमी आयेगी। पेट्रोल और डीज़ल पर वैट दरों में कटौती से उपभोग बढ़ेगा, गरीब और मध्यम वर्गों को महंगाई से राहत मिलेगी और समूची आर्थिकता को बढ़ावा मिलेगा। इस कटौती के निष्कर्ष के तौर पर पंजाब में पेट्रोल का रेट (चंडीगढ़ को छोड़ कर) क्षेत्र में सबसे कम हो जायेगा।
उल्लेखनीय है कि 2019-20 के आंकड़ों के अनुसार पेट्रोल और डीज़ल का सालाना उपभोग क्रमवार 1352260 के.एल.एस. और 3886897 के.एल.एस. था। पेट्रोल और डीज़ल पर वैट में क्रमवार 10 रुपये और 5 रुपये की कटौती से पेट्रोल और डीज़ल पर क्रमवार सालाना 1352 करोड़ और 1943 करोड़ रुपये का नुकसान होगा। इसके अलावा भारत सरकार की तरफ से एक्साइज ड्यूटी में कटौती करने से पेट्रोल और डीज़ल के लिए वैट राजस्व का क्रमवार 684.68 करोड़ रुपये और 172.11 करोड़ रुपये का अनुमानित सालाना नुकसान होगा।