शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन विंध्यधाम में दो लाख भक्तों ने नवाया शीश

ब्रम्हचारिणी के रूप में दर्शन कर लिया आशीर्वाद, दोपहर में अचानक बढ़ी भीड़

शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन विंध्यधाम में दो लाख भक्तों ने नवाया शीश

मीरजापुर, 08 अक्टूबर । शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन जगत जननी मां विंध्यवासिनी धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। अनुमान के अनुसार लगभग दो लाख श्रद्धालुओं ने माता दर पर शीष नवाया। ब्रम्हचारिणी के रूप में माता के दर्शन कर भक्त निहाल हो गए। भोर की मंगला आरती के बाद माता के कपाट आम दर्शनार्थियों के लिए खोल दिए गए।
विंध्याचल के गंगा घाट पर पतित पावनी के पवित्र जल में स्नान करने के बाद भक्त दर्शन को धाम पर पहुंचे। इसके बाद दर्शन-पूजन का सिलसिला अनवरत चलता रहा। दोपहर की आरती के पहले अचानक भक्तों की भीड़ बढ़ गई। हालत यह रहा कि वीआईपी, जयपुरिया गली व कोतवाली रोड की ओर से मंदिर को जाने वाले सभी रास्ते भक्तों से भरे रहे। पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था नाकाफी साबित हो रही थी। वीआईपी गली की लाइन में पुरोहितों की ओर से बार अपने यजमानों को दर्शन कराने के नाम पर जिसको जहां से रास्ता मिली वहीं से घुसा दे रहा था। इससे एक बारगी श्रद्धालु गर्मी और उमस से बिलबिला उठे।

महिला दर्शनाथियों के गोंद में बच्चे भीड़ के बीच पीस कर रोने लगे। हालांकि कुछ देर बाद स्थिति समान्य हो गई। भक्तों की कतार आगे बढ़ नहीं पाई थी कि दोपहर 12 बजे दर्शन पूजन बंद हो गए। लगभग एक घंटे तक लोग भीड़ की ठसक के बीच खड़े रह मंदिर के खुलने का इंतजार किया। जय मां विंध्यवासिनी, जय मां पहाड़ा वाली के जयकारे से रह-रह कर गूंजते रहे। आरती के समय घंटा-घड़ियाल के आवाज गूंजते ही भक्त ध्यान मग्न हो गए। इंतजार के बाद माता के दर्शन पाकर भक्तों के चेहरे पर संतोष की झलक दिखी। नवरात्र के दूसरे दिन झांकी दर्शन करने वाले भक्तों की भी भारी भीड़ रही। पुलिस के जवानों को भीड़ को नियंत्रित करने में भारी मसक्कत करनी पड़ी।

आयुक्त की पहल पर दिव्यांग को कराया दर्शन

बिहार के मुजफ्फरपुर से आए दिव्यांग बैंक मैनेजर व उनके परिवार के सदस्यों को विंध्याचल मंडल के आयुक्त योगेश्वर राम मिश्र की पहल पर प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने विंध्याचल माता का झांकी दर्शन कराया। आयुक्त के इस सहयोग की लोगों ने मुक्तकंठ से सराहना की। दिव्यांग दर्शनार्थी व्हीलचेयर के सहारे नवरात्र में माता के चरणों में शीश झुकाने की लालशा मन में लिए विंध्यधाम पहुंचे। कोतवाली से लेकर पुरानी व न्यू वीआईपी का चक्कर लगाया। आम से लेकर खास लोगों से सहयोग मांगा। लेकिन किसी ने भी कान नहीं दिया। इस बीच दिव्यांग दर्शनार्थी की बेटी सीओ सदर से भी अपनी व्यथा बताई। लेकिन भारी भीड़ को देखते हुए सीओ सदर ने असमर्थता जता दी। थकी हारी बेटी को कहीं से विंध्याचल मंडल के आयुक्त योगेश्वर राम मिश्र का मोबाइल नम्बर मिला। बिना कुछ सोच विचार के बेटी ने आयुक्त को फोन मिलाया और अपनी पीड़़ा के साथ अपने दिव्यांग पिता को माता का दर्शन कराने की विनती की। आयुक्त ने बेटी की भावनाओं को बिना देर किए समझ गए।

आयुक्त ने मेला के नोडल अधिकारी व नगर मजिस्ट्रेट विनय सिंह को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। आयुक्त के निर्देश पर सीओ सिटी प्रभात राय व अन्य पुलिस के जवानों ने दिव्यांक को व्हील चेयर समेत उठाकर झांकी तक ले गए। विंध्याचल देवी का दिव्यांग को दर्शन करा कर वापस बाहर निकाला। दिव्यांग के साथ उनकी पत्नी, दो बेटियां व दो बेटे भी रहे। प्रशासन के इस कार्य को देख लोग सराहाना करने से नहीं चूके।