गंगा किनारे बने अवैध मकानों पर कब होगी कार्यवाही!

पीडीए ने शहर में 81 कालोनियों को अवैध घोषित किया

गंगा किनारे बने अवैध मकानों पर कब होगी कार्यवाही!

प्रयागराज, 09 अगस्त । भू-माफिया तो आए दिन कारनामा करते रहते हैं। लेकिन शहर में कई ऐसे भू-माफिया हैं, जिन्होंने गंगा जी की ही जमीन पर कब्जा कर मकान बनवा लिये हैं। ऐसी स्थिति में गंगाजी का नाराज होना स्वाभाविक है और वह अपना रौद्र रूप भी दिखाती रहती हैं। लेकिन इसमें कई विभागों के अफसर भी इस कारगुजारी में शामिल हैं। जिन्होंने वहां अवैध निर्माण होने के बाद मकान नम्बर एलॉट करना एवं बिजली का नया कनेक्शन लगना, साथ ही प्रत्येक वर्ष टैक्स जमा होना कहीं न कहीं विभागीय अफसरों की लापरवाही उजागर होती है।

कछार क्षेत्र में हर वर्ष बाढ़ की वजह से कई मकान ढह जाते हैं। लेकिन वे प्रशासन से अपनी आपबीती नहीं कह पाते। क्योंकि उन्हें ज्ञात है कि उनका मकान अवैध है। उनके पास न तो नक्शा है और न ही रजिस्ट्री है। नागरिकों का कहना है कि जब मकान बन रहा था तो रोकने कोई नहीं आया। उस समय जो सम्बंधित अधिकारी रहा उस पर भी कार्यवाही होनी चाहिए। इसके साथ ही वहां के नागरिकों का कहना है कि हमारा मकान अवैध नहीं है। हम नगर निगम को टैक्स एवं बिजली का बिल जमा करते हैं। अगर हम अवैध हैं तो हमें बिजली व पानी क्यों दिया जा रहा है। इस बारे में पीडीए का कहना है कि शहर के 81 कालोनियों को अवैध घोषित किया गया है। कभी भी कार्रवाई की जा सकती है।

उल्लेखनीय है कि बीते रविवार की शाम सात बजे गंगाजी खतरे के निशान (84.73 मीटर) को पार कर गयी। सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि खतरे का निशान पार कर जाने से चारों स्लूज गेट बंद कर दिये गये हैं। इसके चलते शहर के अंदर का पानी बाहर नहीं जा पा रहा है। इसके लिए पम्प लगाये गये हैं। नगर के दारागंज, करेली, बघाड़ा, सलोरी, ओम गायत्री नगर आदि इलाकों में पानी घरों में घुस गया है। वहां से लोग पलायन कर आश्रय स्थलों में जा रहे हैं। शहरवासियों का तो कहना है कि यही हाल रहा तो कुछ दिनों में ये लोग गंगाजी के बीचोंबीच मकान बनवा लेंगे।




सोमवार को अपराह्न चार बजे तक फाफामऊ में गंगाजी का लेवल 85.27 मीटर, छतनाग में 84.49 एवं नैनी में यमुना जी का लेवल 85.13 मीटर तक पहुंच गया है। प्रत्येक दो घंटे पर फाफामऊ एवं नैनी का लेवल निरन्तर 06 सेमी तथा छतनाग का 04 सेमी बढ़ रहा है।